शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2015

कुछ शहीदों की पत्निया आज भी करती है करवा चोथ

रिपोर्ट । संदीप वालिया
झुंझुनू । अखंड सोभाग्य की आस लिये ओर पति की लम्बी उम्र की कामना के लिये आज भारत मे महिलाए जहा करवा चोथ का वृत पूरे विधी विधान के साथ कर रही है वही झुंझुनू जिले मे एसी भी कूछ महिलाए इस करवा चोथ के वृत को कर रही है जिनके पति अब इस दुनिया मे नही है ये महिलाए है भारत की रक्षा के लिये शहीद हुए शहीदो की वीरांगनाए .इन शहीद वीरांगनाओ के पति भले ही आज इस दुनिया मे नही है लेकिन अपने पति को देश के लिये शहीद होकर अमर मानने वाली ये वीरांगनाए इस करवा चोथ के इस वृत पर आज भी अपने वीर शहीद पति को अपने पास होने का अहासास करती है .
 हाथो मे पूजा की थाली थाली रखा हुआ दीपक ओर साथ मे रखी छलनी आज के दिन किसी ये साम्रगी हर महिला का अपने पति के लिये रखे गये उस करवा चोथ के वृत को इंगित करती है लेकिन कुछ महिलाए एसी भी है जिनके लिये उनके पति अब उनकी यादो मे ही जिंदा है अपनी पति की तश्वीर के सामने पूजा कर रही ये वीरांगना है शहीद धर्मपाल की वीरांगना कमलेश देवी कमलेश के पति सेना मे थे ओर सन 2000 मे शहीद हो गये थे लेकिन अपने पति को अमर मानते हुए शहीद वीरांगना कमलेश हर बार करवाचोथ का वृत रखती है ओर मानती है कि उनके पति उनसे अलग नही हुए है ओर इस वृत को करने से उनके पति का अहसास उन्हे हरपल होता है झुंझुनू जिले को वीर प्रसुता भूमी कहा जाये तो अतिश्योक्ति नही होगी क्योकि यहा पर सेना मे जाने ओर देश सेवा के लिये शहीद होने का एक अलग ही जज्बा देखने को मिलता है इन शहीद हुए सैनिको की वीरांगनाओ के रहने के  लिये बनाये गये सांझी छत के वार्डन  भी बताते है कि उनकी संस्था मे रहने वाली ये शहीद वीरांगनाए करवाचोथ के वृत पर किस तरह से अपने पति की याद मे इस अखंड सोभाग्य के वृत को करती है ,
देश की सीमाओ की रक्षा के लिये इन शहीद वीरांगनाओ के शहीद पतियो द्वारा दिया गाय आत्म बलिदान जहा देश भर के युवाओ को देश प्रेम की प्रेरणा देता है वही उनकी याद मे इन शहीद वीरांगनाओ द्वारा अपने पति के ना होने के बाद भी उनके अहसासो के साथ किया गया ये व्रत उनके पवित्र प्रेम को भी प्रदर्शित करता है .


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