बुधवार, 28 अक्तूबर 2015

ममता हुई शर्मशार ,6 घंटे के नवजात को फेंका कचरे के ढेर में

खबर - पवन कुमार शर्मा 
काजड़ा गांव में जवाहर नवोदय स्कूल के पास मिला नवजात  
ग्रामीणों की मदद से नवजात को गांव सरकारी अस्पताल में कराया भर्ती 
प्राथमिक उपचार के बाद चिकत्सको ने झुंझुनू के बीडीके अस्पताल किया रेफ़र 
सूरजगढ़.  पंचायत समिति के काजड़ा गांव में एक मानवता को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है जहां एक माँ की ममता का कलेजा नहीं पसीजा और उसने अपने नवजात को जन्मदेने के तुरंत बाद  कचरे के ढेर में तड़फ़ने के लिए फेंक दिया। आपको बता दे कि गांव के जवाहर नवोदय स्कूल के पास एक कलयुगी मा ने अपने ही कलेजे को टुकडे को जन्म के बाद मरने के लिये झाडियो मे फेंक दिया।सुबह जब ग्रामीण पवन कुमार उधर से गुजरा तो उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी उसके बाद पास जाकर देखा तो एक नवजात लड़का बिना कपड़ो के मिटटी से सना पड़ा है।नवजात बच्चे के कचरे में पड़े होने की सुचना उसने अन्य ग्रामीणों को दी और ग्रामीणो ने पुलिस को भी मामले की जानकारी दी। वही ग्रामीण नवजात बच्चे को काजडा गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थय केंद्र मे भर्ती करवाया जहां चिकत्सको ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला मुख्यालय स्थित बीडीके अस्पताल रेफर कर दिया।बच्चे का इलाज कर रहे डाक्टर हितेंद्र ने बताया कि सुबह साढ़े सात बजे ग्रामीण एक नवजात लड़के को अस्पताल में लेकर आये थे बच्चे का जन्म कुछ घंटो पूर्व ही हुआ है वही बच्चे की हालत अब भी गम्भीर बनी हुई है उसे प्राथमिक उपचार के बाद बीडीके अस्पताल रेफर कर दिया है।उधर पुलिस ने भी मोके पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच शुरु कर दी।

ग्रामीणों ने विधालय प्रबंधन को बताया घटना के लिए जिम्मेदार 
प्रशासन के मौके पर ना पहुंचने पर ग्रामीणों में रोष 

मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीण भी पुलिस के सहयोग में जुट गए। वही प्रशासनिक अधिकारियों के देर शाम तक मौके पर ना पहुंचने से ग्रामीणों में रोष पनप गया और ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्सन किया। ग्रामीणों का आरोप था की क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना हो गई अभी तक प्रशासन के किसी भी नुमाइंदे ने घटनास्थल का निरिक्षण करना तक जरुरी नहीं समझा। वहीं ग्रामीणो ने घटना के लिए स्कूल प्रशासन को ही जिम्मेदार बताया। ग्रामीणों ने बताया की स्कूल परिसर में खून के धब्बे पड़े है और पेड़ की टहनियों पर भी खून बिखरा पड़ा है इससे विधालय प्रसाशन की मिली भगति से इंकार नहीं किया जा सकता।
इनका कहना है 
सुबह पुलिस को काजड़ा गांव के नवोदय विधालय में नवजात  होने की सुचना मिली थी सूचना पर घटना स्थल का जायजा लिया गया है। वही नवजात का काजड़ा गांव के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद झुंझुनू बीडीके अस्पताल में रेफर कर दिया।वही पुलिस की प्रारंभिक जांच में विधालय परिसर में खून के धब्बे मिले है और स्कूल में लगे पेड़ो पेड़ पर भी खून  धब्बे मिले है। इसलिए प्राथमिक जांच भी इस ओर ही इशारा कर रही है की नवजात को अंदर से ही फेंका गया है।इस संबंध में स्कूल स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है। मामले की निष्पक्षता से जांच की जा रही है। 
 रामपाल सिंह ,सब इंस्पेक्टर थाना पिलानी 

ग्रामीणों द्धारा बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे है।विधालय प्रशासन को भी घटना की जानकारी सुबह ही मिली है। विधालय प्रशासन पुलिस को पूरा  सहयोग कर रहा है।   
    राय सी पोल ,प्राचार्य जवाहर नवोदय विधालय काजड़ा


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