शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2015

News प्रॉपर्टी डीलरो पर करवाई को लेकर प्रशासन ने कसी कमर


खबर । पवन कुमार शर्मा

दर्जनों व्यक्तियों के खिलाफ उपखंड न्याययालय के समक्ष किये दावे पेश 

राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 की  धारा 177 के तहत मामले करवाये दर्ज  

प्रशासन की करवाई से भू माफियाओं में मचा हड़कंप 

सूरजगढ़.  उपखंड क्षेत्र में किसानों की जमीनों को कोडियों के दामों में खरीदकर उस पर बिना नियमन कराये अवैध रूप से कॉलोनीया काटने वाले भू माफियाओं पर अब प्रशाशन सख्त हो गया है। अब राजस्व विभाग द्धारा उन लोगो के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसको लेकर उपखंड न्यायालय में करीब डेड दर्जन दावे दाखिल किये गए है। प्रशासन की इस कार्रवाई से भू माफियाओं में हड़कंप मच गया है।जानकारी के अनुसार सूरजगढ़ उपखंड क्षेत्र में काफी समय से कई जगहो पर भू माफिया राजनैतिक रसूक के चलते किसानों की जमीनों को ओने-पौने दामों में ख़रीदकर उस जमींन का बिना कनवर्जन करवाये उस पर अवैध रूप से प्लॉटिंग या कॉलोनियां काट कर मोटी कमाई कर रहे है। भू माफियाओ की इस हठधर्मिता की वजह से किसानों के साथ साथ सरकार को भी भारी मात्रा में राजस्व की हानि हो रही है। अब तहसील प्रशासन ने इन भू माफियाओं के खिलाफ शख्त हो गया है। तहसीलदार नरेश सोनी ने बताया कि सूरजगढ़ तहसील क्षेत्र में भू माफियाओं के खिलफ कार्रवाई की पूरी तैयारी कर ली गई है।सभी हलका पटवारियों से उनके क्षेत्र में अवैध रूप से काटी गई कॉलोनियों की जांच के लिए सर्वे करवाया जा रहा है ।सोनी ने बताया की राजस्थानी काश्तकारी अधिनियम 1955 की धारा 177 के तहत दर्जनों व्यक्तियों के खिलाफ 16 इस्तगासे उपखंड न्यायालय में दर्ज करवाये है। उन्होंने बताया कि सूरजगढ़ के खसरा न. 798 में रकबा 0. 43 हेक्टेयर राजेश, संदीप ,कैलाश व अन्य ,खसरा न. 482 में रकबा 0. 59 हेक्टेयर में मोहनलाल ,रघुवीर सिंह ,खसरा न. 792 में रकबा 1.51 हेक्टेयर में विनय पांडे,सुरेश कुमार ,खसरा न. 1445/650 में रकबा 1.28 हेक्टेयर में संदीप ,रवि व अन्य ,खसरा न. 650 में रकबा 0.29 हेक्टेयर ,में मदनलाल मेघवाल ,रुकमणी ,जाखोद के खसरा न.157 और158 में रकबा 3.1682 हैक्टेयर में दिल्ली के राजेंद्र जाट  खिलाफ ,पिलानी के खसरा न. 943 में रकबा 0.50 हैक्टेयर में मधुसूदन और डुलानिया के खसरा न. 271 में रकबा 0.64 हैक्टेयर में सतीश महाजन ,संतोष देवी सहित अन्य खसरो में कृषि भूमि को व्यवसायिक रूप से काम में लेने के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट समक्ष दावें पेश किये गए है। 

क्या सफल होंगे ये प्रयास 

 राजस्व विभाग द्धारा भू माफियाओ के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई कहां तक सफल हो पाएगी ये आने वाले समय के गर्भ में छिपा है। जहां तक आम लोगो की माने तो प्रॉपर्टी का कारोबार करने वाले सभी व्यक्ति धन बल में सक्षम है इसके साथ साथ इनको पूरा राजनैतिक और प्रशासनिक भी सरंक्षण प्राप्त है। इस वजह से विभाग की यह कार्रवाई कही फाइलों में दब कर ही ना रह जाए इसका भी अंदेशा बना हुआ है। 


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