गुरुवार, 11 फ़रवरी 2016

महिला वनरक्षक जान जोखिम में डाल कर पकड़ी लकडी़

खबर - जगत जोशी 
लेकिन नही मिली उसे अपने ही विभाग की सहायता 
रावतसर:- स्थानीय वनविभाग में कार्यरत एक महिला वनरक्षक के द्वारा बुधवार देर शाम के समय में वनमाफिया के द्वारा ले परिवहन कर ले जाई जा रही लकडी़यो से भरे टैªक्टर रेहडे़ को अकेले पकडा़ तथा इस कार्य में जब वनरक्षक महिला के द्वारा अपने विभाग के क्षैत्रीय वनाधिकारी रावतसर को सहायता के लिए कर्मी भेजने का निवेदन किया तो क्षैत्रीय वनाधिकारी के द्वारा अन्य स्थान पर कार्यवाही करने का कह कर अपने कर्तव्य से इतिश्री करली , इस मामले में एस डी एम के हस्तक्षेप के बाद मामले का निपटारा हो पाया। इस संबध में जानकारी देते हुए महिला वनरक्षक लक्ष्मी मीणा ने बताया कि वह चक 22 ए जी में कार्यरत है उसके द्वारा बुधवार शाम चक 4 ए एम के पास वनमाफिया के द्वारा लकडी़यो से भरे टैªक्टर रेहडे़ का पकडा़ गया। इस संबध में अन्य कर्मियों की सहायता के लिए उन्होने जब रावतसर रैंजर से मदद की गुजारिष की तो उन्होने अन्य गाॅव में कार्यवाही का कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया लेकिन मीणा के द्वारा विभाग की सहायता नही मिलने के बावजुद हार नही मानते हुए अपने अन्य जानकारो के साथ किसी तरह उक्त रेहडे़ को कार्यालय पहुचाकर ही दम लिया लेकिन कार्यालय पर उनके द्वारा विभाग को पकडे़ गये रेहडे़ पर कार्यवाही का आग्रह किया गया तो भी उसकी किसी तरह से सुनवाई नही हुई तथा नाही उनके द्वारा पकडे़ गये रेहडे़ को जमा करने के लिए तैयार नही था। वही इस मामले में क्षैत्रीय वनाधिकारी के द्वारा फोन तक नही उठाया गया । इस संबध में जानकारी मिलने पर मौके पर पहुचें मीडियाकर्मीयों के द्वारा एस डी एम रावतसर को सूचित किया गया तो एस डी एम बी एल पटीर तुरंत मौके पर क्षैत्रीय वनमंडल कार्यालय पहुच कर मामले में हस्तक्षैप किया तब जाकर वनमंडल द्वारा आनन फानन में रेहडे़ को जब्त करने की कार्यवाही की गई। इस संबध में क्षैत्रीय वनाधिकारी रणवीर मील से बात की गई तो उन्होने कहा कि किसी भी महिला वनरक्षक को रात्रि के समय अकेले कार्यवाही के लिए कभी भी नही कहा गया है। वही मै उस वक्त खोडा में एक अन्य कार्यवाही में लगा हुआ था तथा सारा स्टाॅफ मेरे साथ था। इस पकडे़ गये रेहडे़ को 25 हजार रू0 का जुर्माना लगा कर छोडा़ गया है। 


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