खबर - असलम सिरोहा
मलसीसर . कस्बें के राजकीय एलएनटी माध्यमिक विधालय के पृथक प्राथमिक विधालय के भवन पर कुण्डली मारकर बैठै एक व्यक्ति ने जर्बदस्ती भवन के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर प्राथमिक स्तर के बच्चों की प्राथमिक शिक्षा में रोड़ा बना हुआ था। खाली पड़े भवन में राजकीय एलएनटी माध्यमिक विधालय के कक्षा एक से पाचं तक के विधार्थियों की क्लास लगाने के लिए भवन का उपयोग किऐ जाने के लिए कस्बें के ग्रामीण भी सहमत थे लेकिन एक व्यक्ति की हठधर्मिता से बच्चे शिक्षा से वचिंत हो रहे थे । उप खण्ड अधिकारी मदनलाल सिहाग के आदेशानुसार मंगलवार को तहसीलदार मांगेराम पुनिया,थानाधिकारी भगवान सहाय मीणा की मौजूदगी मे वीआर सी सैं स्कूल सचिव सांवरमल बावलिया ने एलएनटी राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल के मुख्य गेट व चार कमरो पर जड़ा ताला खोलकर प्रधानाचार्य प्रीतमसिंह को कब्जा सौंपा । विधार्थियो को भवन मिलने पर ग्रामीणो मे खुशी की लहर है । ग्रामीण भी समय समय पर ताला खुलवाने की मागं करते रहते थे जानकारी के अनुसार विधालय रिकार्ड के अनुसार इस भवन की स्थापना 1955 में सेठ मोतीलाल झुंझुंनूवाला परिवार की ओर से करवाइ्र्र गई थी। स्थापना से लेकर सन 1973 तक इस भवन में प्राथमिक स्तर तक राजकीय विधालय के रूप में संचालित था। सन 1973-74 में विधालय क्रमोन्त होने पर उच्च प्राथमिक स्तर की क्लास राजगढ के भामाशाह लक्ष्मीनारायण टीकमाणी परिवार की ओर से न निर्मित भवन में संचालित होने लगी और पुराना भवन खाली पड़ा रहा। पुरान भवन में जलदाय विभाग की ओर से लगाया गया पानी बिल की राशि भी विधालय की ओर से ही जमा लगातार करवाई जाती थी। सन 1989 -90 में इस पुराने भवन में प्राईमरी स्तर की स्कूल संचालित थी उस दौरान वीआरउमावि के प्रधानाचार्य महेश चन्द्र जोशी के आग्रह पर कि बोर्ड की बच्चों के शोरगुल के कारण परिक्षार्थियों क ो बाधा पड़ती है । अध्यापकों को भेजकर शान्ति व्यवस्था करवाऐ। अजमेर बोर्ड की परीक्षा के दौरान वी आर उ मा वि के प्रधानाध्यापक प्रति वर्ष राजकीय एलएनटी उप्रावि के प्रधानाध्यापक को पत्र लिखकर कि परीक्षा केन्द्र पर विधार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण रा एलएनटीवि के प्रधानाध्यापक से भवन मे बने चार कमरे परीक्षा तक देने की मांग करते रहे है। ऐसे में यह भवन वीआर उमावि का कैसे हो सकता था ।
प्रधानाचार्य प्रीतम सिंह का कहना है कि प्राईमरी तक के विधार्थियो को भवन मिलने से पढाई सुचारू रूप से हो सकेगी । व विधालय मे चल रही कक्षा कक्षो की कमी दूर हो गई है ।
पीसीपीएनडीटी सदस्य भवानी सिंह शेखावत का कहना है कि विधालय के पुराने भवन के कब्जे से मुक्त करवाने के लिए जिला कलेक्टर,उप खण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी,बीईईओ अलसीसर को 22 मई 2014 को सैंकड़ो ग्रामीणो के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन था । भवन खाली किए जाने पर ग्रामीणो ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।
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