शनिवार, 26 नवंबर 2016

किसान परिवार को बेटी की शादी के लिए नही मिल रहे रूपये

खबर - हर्ष स्वामी
बुहाना में शादी कार्ड दिखाने के बावजुद नही मिल रहे रूपये
दुल्हन ने रूपये के लिए लगाई एसडीएम से लगाई गुहार
9 दिसम्बर को दयाराम जागिड़ की लडकी की शादी
लडकी के साथ परिवार लगा रहा बैंक के चक्कर
बुहाना।
बुहाना ग्राम पंचायत के किसान दयाराम जांगीड़ ने सपने में भी नही सोचा था कि अपनी बेटी के हाथ पीले करने के लिए अनाज बेच कर जो पाई-पाई जोडी थी उस रकम को को पाने के लिए भी बैंको के चक्कर लगाने के बावजुद नही मिल रही। मामले के अनुसार बुहाना के दयाराम जांगीड़ की बेटी की शादी 9 दिसम्बर को होनी है जिसके लिए पहले से इकठ्ठीत रूपयों को मुशकिल से बैंक में जमा करवाया लेकिन अब नोटबंदी के बाद बैंको से रूपये नही मिल रहे। जिससे शहनाई बजने वालों घर में मायुसी छाई हुई है। हालत यह है कि जमा पैसे की निकासी के लिए शादी वाले परिवार के मुखिया के साथ लडक़ी को रोज सुबह सात बजे बैंक में आकर हाजरी देनी पड रही है। समस्या तो जब विकराल हो रही है जब धन-कुबेर की तिजोरी समझे जाने वाले बैंकों में कैश नहीं है। बैंक में कैश नहीं होने की समस्या एवं शादी के लिए पैसे निकालने की जटिल प्रक्रिया शादी वाले परिवारों पर जुल्म ढा रही है। शादी के लिए सभी छोटी-बड़ी तैयारी करनी है। शादी वाले लोग बैंक की तमाम औपचारिकता पूरी कर चुके है उसके बाद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। लेकिन बैंक में जमा राशि की निकासी नहीं होने से हालत पतली होती जा रही है। परिजनों की बैंक में पर्याप्त राशि जमा है। बैंक से शादी के लिए कैश लेने पहुंचे तो शुक्रवार को उन्हें कैश नहीं होने की बात कहकर टरका दिया। शादी के लिए ढाई लाख रूपये देने की भी स्थानीय बैंक में अनुपालना नहीं हो रही है। शादी वाले परिजन एसडीएम नरेश सिंह तंवर से मिले तो उन्होंने ने हाथ खड़े कर दिए। लडक़ी के भाई रविन्द्र कुमार ने बताया कि शादी के लिए टैण्ट, हलवाई समेत सभी सामान बुक करवाकर पर्ची बना ली गई। जिनको बैंक कर्मचारीयों को दिखाने के बाद भी रूपये नही मिल रहे है। अगर रूपये नही मिले तो अन्य जरूरी सामान नही लाया जा सकेगा। पुरा परिवार चिंतित है कही रूपये नही मिलने से शादी में रूकावट ना आ जाये।


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