रविवार, 20 नवंबर 2016

अब बिटिया थारों पालणों झूलाद्यू सामी साळ में

खबर - जितेश सोनी
चूरू।
राम मन्दिर के सामने खेमका भवन में बेटी बचाओं बेटी पढाओं की राष्ट्रीय मुहिम को साकार स्वरूप प्रदान करने के लिए नेहरा दम्पति ने अपनी नवजात बिटिया के नामसंस्कार बाकायदा बेटे के नामकरण नामकरण की तरह करे समाज के सामने एक अनुकरणीय मिसाल पेश की। नवजात बिटिया जाविका के दादा विजय सिंह नेहरा व विजय लक्ष्मी नेहरा ने बताया कि इस अवसर पर आध्यात्मिक अुनष्ठान और राजस्थानी गीत गाते हुए थाली बजाकर समाज को प्रेरणा दी। क्योंकि आज देश में बेटियों के प्रति जो प्राचीन गलत धारणा बनी हुई है। उसे बदलना बहुत जरूरी है।  बैंक अधिकारी नेहरा ने स्पष्ट किया कि नवजात जाविका की भुवा रीतु नेहरा भारतीय वायु सेना में फ्लाईंग आॅफिसर के रूप में राष्ट्र सेवा कर रही है। जाविका की माता पूजा नेहरा और पिता विवके नेहरा ने कहा  िकवे अपनी बिटिया को सर्वोच्च शिक्षा दिलाकर राष्ट्र की सेवा में लगाने का संकल्प लेकर नामकरण संस्कार का सामाजिक आयेजन कर रहे है। नगर में बेटी के नामकरण संस्कार की इस तरह अनूठी पहल की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है। इस अवसर पर जाविका की दादी शिक्षा विदूषी विजय लक्ष्मी नेहरा ने कहा कि हमारे समाज में सदियों से गीगा थारों पालणों झूलाद्यू सामी साळ में लोकगीत प्रचलित है। किन्तु अब समाज में बिटिया थारों पालणों झूलाद्यू सामी साळ में नवीन लोकगीत गाया जावेगा।

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