बुधवार, 23 नवंबर 2016

राजस्थान के इन 12 जिलों में चलती-फिरती रसोइयों पर मिलेगा रियायती दर पर खाना

जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की एक और अभिनव पहल के रूप में राज्य सरकार आम नागरिकों को सस्ती एवं रियायती दरों पर अच्छी गुणवत्ता का पौष्टिक एवं स्वच्छ आहार उपलब्ध कराने के लिए अन्नपूर्णा रसोई योजना प्रारम्भ करेगी। इस योजना में आमजन खासकर श्रमिक, रिक्शावाला, ऑटोवाला, कर्मचारी, विद्यार्थी, कामकाजी महिलाओं, बुजुर्ग एवं अन्य असहाय व्यक्तियों को मात्र 5 रुपए प्रति प्लेट में नाश्ता तथा मात्र 8 रुपए प्रति प्लेट में दोपहर का भोजन और रात्रि का भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। सबके लिए भोजन, सबके लिए सम्मान  मिशन के साथ ‘अन्नपूर्णा रसोई योजना’ प्रथम चरण में 12 शहरों में शुरू की जाएगी। इनमें राजधानी जयपुर सहित सम्भागीय मुख्यालयों जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर एवं भरतपुर और प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बारां तथा झालावाड़ में 80 वैनों के माध्यम से तीन समय का भोजन स्वायत्त शासन विभाग अथवा संबंधित नगरीय निकाय द्वारा चिन्हित किए गए स्थान पर वितरित किया जाएगा। इन वैनों के माध्यम से अच्छी गुणवत्ता का नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही भोजन करने वालों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था भी की जाएगी। कहां कितनी वैन जयपुर में 25, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर एवं भरतपुर में 5-5, झालावाड़, झालरापाटन में 6, प्रतापगढ़ एवं बारां में 3-3 तथा डूंगरपुर व बांसवाड़ा में 4-4 वैन आम नागरिकों को नाश्ता एवं भोजन की व्यवस्था के लिए लगाई जाएंगी।   प्रशिक्षित स्टाफ परोसेगा भोजन अन्नपूर्णा रसोई में टोपी, ग्लव्ज, एप्रन और निर्धारित पोशाक पहन कर प्रशिक्षित कार्मिक ही भोजन तैयार करने से लेकर वितरण करने तक का काम करेंगे। ये कर्मचारी हॉस्पिटेलिटी की ट्रेनिंग में दक्ष होंगे। इस योजना में भोजन उपलब्ध करवाने के साथ ही भोजन बनाने, परोसने और भोजन के उपरांत वेस्ट के प्रभावी मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया गया है ताकि लोगों को साफ और स्वास्थ्यवर्धक खाना खाने को मिले। भोजन के मेनू, एक डाइट की मात्रा और दरें भी अन्नपूर्णा रसोई वैन पर उचित ढंग से प्रदर्शित की जाएंगी ताकि भोजन करने वाले निर्धारित राशि में ही भोजन कर सकें। सीएम का है विजन मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के विजन के अनुरूप अन्नपूर्णा रसोई एक कोशिश है सबको घर के बाहर घर जैसा भोजन उपलब्ध करवाने की ताकि हरेक व्यक्ति को पूरा पोषण मिले और वह अपना जीवन स्वस्थ और ऊर्जावान होकर गुजारे। यह उस वर्ग के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा जिन्हें फिलहाल तीन समय भोजन नहीं मिल पा रहा है या जो तीन समय के भोजन का खर्च उठाने में सक्षम नहीं है।  भविष्य में अन्नपूर्णा रसोई को पूरे राज्य में लागू किये जाने की योजना है।

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