खबर - लक्की अग्रवाल
श्रीमाधोपुर। कस्बे में गुरूवार को नायनका जोशी हवेली से गणगौर की सवारी सांयकाल पांच बजे शाही लवाजमें के साथ निकली। स्थानीय कचियागढ़ स्टेडियम में धार्मिक एवं आस्था का ऐतिहासिक गणगौर मेले का आयोजन हुआ। गणगौर की सवारी कस्बे के मुख्य मार्गों खण्डेला बाजर,गोपिनाथ मन्दिर होती हुई कचियागढ़ स्टेडियम पहुँची। कस्बेवासियों ने जगह जगह गणगौर की सवारी का पुष्प वर्षो के साथ स्वागत किया। वहीं होली के दिन से लगातार १६ दिन से पूज रही गणगौर को सौलहें श्रंगार के साथ सजाकर कुंवारी कन्याएं एवं नवयुवतियों ने गाजे बाजे के साथ नाचते गाते हुये गणगौर को विदा की। वहीं मूंड़रू ग्राम में महिलाओं ने गणगौर की पुजा अर्चना कर गाजे बाजे के साथ बिहारी मंदिर,बड़े दरवाजे,बिहारी चौक होती गणगौरी चौकी पहुँची। साथ ही में कंचनपुर में भी शाही लवाजमें के साथ गणगौर की सवारी निकाली गइ। इसके बाद विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ।
श्रीमाधोपुर। कस्बे में गुरूवार को नायनका जोशी हवेली से गणगौर की सवारी सांयकाल पांच बजे शाही लवाजमें के साथ निकली। स्थानीय कचियागढ़ स्टेडियम में धार्मिक एवं आस्था का ऐतिहासिक गणगौर मेले का आयोजन हुआ। गणगौर की सवारी कस्बे के मुख्य मार्गों खण्डेला बाजर,गोपिनाथ मन्दिर होती हुई कचियागढ़ स्टेडियम पहुँची। कस्बेवासियों ने जगह जगह गणगौर की सवारी का पुष्प वर्षो के साथ स्वागत किया। वहीं होली के दिन से लगातार १६ दिन से पूज रही गणगौर को सौलहें श्रंगार के साथ सजाकर कुंवारी कन्याएं एवं नवयुवतियों ने गाजे बाजे के साथ नाचते गाते हुये गणगौर को विदा की। वहीं मूंड़रू ग्राम में महिलाओं ने गणगौर की पुजा अर्चना कर गाजे बाजे के साथ बिहारी मंदिर,बड़े दरवाजे,बिहारी चौक होती गणगौरी चौकी पहुँची। साथ ही में कंचनपुर में भी शाही लवाजमें के साथ गणगौर की सवारी निकाली गइ। इसके बाद विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ।