कलक्टर नेहा गिरि ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश, कहा- आमजन को मुहैया कराएं बेहतर पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति
प्रतापगढ़। जिला कलक्टर नेहा गिरि ने कहा है कि भीषण गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति से जुड़े अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोगों को बेहतर व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाएं तथा आमजन को किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। जिला कलक्टर सोमवार को अपने कक्ष में आयोजित आवश्यक सेवाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि गर्मी के दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए होने वाले टैंकर परिवहन में पारदर्शिता रहनी चाहिए तथा इसमें किसी प्रकार के दुरुपयोग की शिकायत नहीं आनी चाहिए। पेयजल अधिकारी अभी से ही समस्त स्थितियों का आकलन करते हुए सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लें ताकि बाद में किसी प्रकार की आपात स्थिति का सामना नहीं करना पड़े। हैंडपंप आदि पेयजल स्रोतों के खराब होने पर उनकी मरम्मत की व्यवस्था तत्काल होनी चाहिए। किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर आमजन को तत्काल रिस्पांस मिलना चाहिए। जिला कलक्टर ने एसीईओ रामेश्वर मीणा से कहा कि वे सभी विकास अधिकारियों को निर्देशित करें कि सभी महानरेगा कार्यस्थलों पर श्रमिकों के लिए छाया, पानी, दवा, ओआरएस आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। स्कूलों में भी परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के लिए ओआरएस आदि का इंतजाम होना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके। स्कूलों में बच्चों के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था रहे तथा टंकियों की सफाई पूरे जिले में एक साथ अभियान चलाकर की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा वे मौसमी बीमारी की आशंका के मध्येनजर समुचित व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें तथा स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करें। गर्मी एवं लू के प्रकोप से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी करें। उन्होंने कहा कि दुकानों पर मिलने वाले दही, आईसक्रीम आदि के सैंपल लेकर जांच करें ताकि लोगों को बेहतर गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री उपलब्ध हो। आईसक्रीम आदि से जुड़े कारखानों में उपयोग हो रहे पानी की भी जांच करें और इनका स्टॉक भी चैक करें। यह निरीक्षण नियमित तौर पर होना चाहिए। बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने जिले में बरसाती पानी के संरक्षण एवं उपयोग के लिए पेयजल टांके बनाने पर भी जोर दिया। इस दौरान एसीईओ रामेश्वर मीणा, सीएमएचओ डॉ ओपी बैरवा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
प्रतापगढ़। जिला कलक्टर नेहा गिरि ने कहा है कि भीषण गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति से जुड़े अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोगों को बेहतर व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाएं तथा आमजन को किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। जिला कलक्टर सोमवार को अपने कक्ष में आयोजित आवश्यक सेवाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि गर्मी के दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए होने वाले टैंकर परिवहन में पारदर्शिता रहनी चाहिए तथा इसमें किसी प्रकार के दुरुपयोग की शिकायत नहीं आनी चाहिए। पेयजल अधिकारी अभी से ही समस्त स्थितियों का आकलन करते हुए सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लें ताकि बाद में किसी प्रकार की आपात स्थिति का सामना नहीं करना पड़े। हैंडपंप आदि पेयजल स्रोतों के खराब होने पर उनकी मरम्मत की व्यवस्था तत्काल होनी चाहिए। किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर आमजन को तत्काल रिस्पांस मिलना चाहिए। जिला कलक्टर ने एसीईओ रामेश्वर मीणा से कहा कि वे सभी विकास अधिकारियों को निर्देशित करें कि सभी महानरेगा कार्यस्थलों पर श्रमिकों के लिए छाया, पानी, दवा, ओआरएस आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। स्कूलों में भी परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के लिए ओआरएस आदि का इंतजाम होना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके। स्कूलों में बच्चों के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था रहे तथा टंकियों की सफाई पूरे जिले में एक साथ अभियान चलाकर की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा वे मौसमी बीमारी की आशंका के मध्येनजर समुचित व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें तथा स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करें। गर्मी एवं लू के प्रकोप से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी करें। उन्होंने कहा कि दुकानों पर मिलने वाले दही, आईसक्रीम आदि के सैंपल लेकर जांच करें ताकि लोगों को बेहतर गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री उपलब्ध हो। आईसक्रीम आदि से जुड़े कारखानों में उपयोग हो रहे पानी की भी जांच करें और इनका स्टॉक भी चैक करें। यह निरीक्षण नियमित तौर पर होना चाहिए। बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने जिले में बरसाती पानी के संरक्षण एवं उपयोग के लिए पेयजल टांके बनाने पर भी जोर दिया। इस दौरान एसीईओ रामेश्वर मीणा, सीएमएचओ डॉ ओपी बैरवा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।