खबर - पवन दाधीच
युवाओं में दिखा समाज सुधार को लेकर अलग ही जोश
खिरोड़ -खिरोड़ में तुर्काणी जोहड़ी मार्ग पर स्थित जाट महासभा स्थल पर सुबह 11 बजे जाट महासभा का होली स्नेह मिलन हुआ। जिसकी अध्यक्षता जाट महासभा के अध्यक्ष महावीर प्रसाद भामू ने की। होली स्नेह मिलन में बुजूर्गो के साथ साथ युवा भी काफी संख्या में एकत्रित हुए। जाट महासभा के होली स्नेह मिलन में जहंा सामाजिक बुराईयां शराब बंदी, मृत्युभोज व दहेज प्रथा जैसी बुराइयों पर रोक लगाने पर विचार विमर्श किया गया वहीं समाज हित के लिए भी काफी चर्चाए की गई। स्नेह मिलन में जाट समाज के विकास को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। इस मौके पर जाट महासभा स्थल पर मकान बनाने का निर्णय भी लिया गया जिसमें समाज के काफी लोगों ने उत्साह के साथ अच्छा योगदान दिया। स्नेह मिलन के दौरान एक दूसरे को होली स्नेह मिलन की शुभकामनाएं भी दी।
ये रहे मौजूद
जाट महासभा के होली स्नेह मिलन में धोंकलराम थोरी, हनुमानराम डूडी, किशोर सिंह मिठारवाल, सतीश भींचर, सुबेदार हरफूल सिंह सीगड़, औंकारमल लेगा, भगवानाराम काजला, सुमेर सिंह थोरी, बनवारीलाल सुंडा,महेश थोरी, ताराचंद काजला, बीरबल धेथरवाल, नरेंद्र गढ़वाल, उम्मेद गिला, बाबाूलाल कटेवा, विरेंद्र रणवां, रामलाल गढ़वाल, शिवपाल काजला, महेश भामू, अनिल भामू आदि मौजूद थे।
युवाओं में दिखा समाज सुधार को लेकर अलग ही जोश
खिरोड़ -खिरोड़ में तुर्काणी जोहड़ी मार्ग पर स्थित जाट महासभा स्थल पर सुबह 11 बजे जाट महासभा का होली स्नेह मिलन हुआ। जिसकी अध्यक्षता जाट महासभा के अध्यक्ष महावीर प्रसाद भामू ने की। होली स्नेह मिलन में बुजूर्गो के साथ साथ युवा भी काफी संख्या में एकत्रित हुए। जाट महासभा के होली स्नेह मिलन में जहंा सामाजिक बुराईयां शराब बंदी, मृत्युभोज व दहेज प्रथा जैसी बुराइयों पर रोक लगाने पर विचार विमर्श किया गया वहीं समाज हित के लिए भी काफी चर्चाए की गई। स्नेह मिलन में जाट समाज के विकास को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। इस मौके पर जाट महासभा स्थल पर मकान बनाने का निर्णय भी लिया गया जिसमें समाज के काफी लोगों ने उत्साह के साथ अच्छा योगदान दिया। स्नेह मिलन के दौरान एक दूसरे को होली स्नेह मिलन की शुभकामनाएं भी दी।
ये रहे मौजूद
जाट महासभा के होली स्नेह मिलन में धोंकलराम थोरी, हनुमानराम डूडी, किशोर सिंह मिठारवाल, सतीश भींचर, सुबेदार हरफूल सिंह सीगड़, औंकारमल लेगा, भगवानाराम काजला, सुमेर सिंह थोरी, बनवारीलाल सुंडा,महेश थोरी, ताराचंद काजला, बीरबल धेथरवाल, नरेंद्र गढ़वाल, उम्मेद गिला, बाबाूलाल कटेवा, विरेंद्र रणवां, रामलाल गढ़वाल, शिवपाल काजला, महेश भामू, अनिल भामू आदि मौजूद थे।