बांसवाड़ा- अपने शहर को स्वच्छ व स्वस्थ बनाना हो तो इसके लिए आमजन को इस
अभियान से जोड़ना होगा तभी शतप्रतिशत सफलता मिलती है। लोगों के सकारात्मक
सहयोग के बिना कोई अभियान सफल नहीं हो सकता है। उक्त विचार स्वच्छ राजस्थान
के ब्रांड एंबेसेडर व डूंगरपुर नगरपरिषद के सभापति के.के. गुप्ता ने
गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बांसवाड़ा नगरपरिषद बांसवाड़ा के
कर्मचारी-अधिकारियों की बैठक में व्यक्त किए। उन्होने कहा कि नगर
निकाय के जन प्रतिनिधि एवं अधिकारी अगर सक्रिय होकर कार्य करें तो धरातल
पर इसका परिणाम दिखाई देने के साथ आमजन को सीधा लाभ मिलता है। दृढ़ इच्छा
शक्ति के साथ कार्य किया जाए तो हर काम में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
बांसवाड़ा शहर को ओडीएफ घोषित करवाने के लिए समन्वित प्रयास करने होंगे।
राजस्थान में स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर एवं डूंगरपुर नगरपरिषद के
सभापति के.के. गुप्ता ने गुरूवार को बांसवाड़ा जिला कलेक्ट्रट में नगर
परिषद् के जन प्रतिनिधियो एवं अधिकारियो की बैठक के दौरान यह बात कही।ब्रांड
एम्बेसडर के.के.गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ
भारत का सपना देखा और उसके अनुरूप कार्य किए। ताकि आम आदमी को गंदगी से
होने वाली बीमारियों से निजात मिल सकें तथा भारत को स्वच्छ एवं सुंदर बनाया
जा सकें। इसी सोच को ध्यान में रख कर राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती
वंसुधरा राजे ने राजस्थान को साफ-सुथरा एवं खुले से शौच मुक्त बनाने के लिए
ठोस प्रयास भी किए है। उन्होंने कहा कि खुले में शौच जाने की प्रवृति को
रोकने के लिए शौचालयों के निर्माण के साथ-साथ खुले स्थानों पर नियमित
मोनिटरिंग आवश्यक है साथ ही इन स्थानों पर लाईट लगाकर उजाले अंकुश लगाने
की व्यवस्था भी करनी होगी। स्वच्छता अभियान पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा
कि स्थानीय निकाय स्तर पर शत प्रतिशत डोर-टू-डोर गीला एवं सुखा कचरा
अलग-अलग संग्रहित करने और उसे डम्पिंगयार्ड में ले जाकर कचरे से खाद
निर्माण की योजना बनानी होगी। उन्होंने कहा कि सड़क, नाली एवं नालों की सफाई
के कार्य समय पर करने के साथ अगर छोटे-छोटे कार्यो पर ध्यान दे तो निश्चित
तौर पर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है। गुप्ता ने स्वच्छता
अभियान को सफल बनाने के लिए जन प्रतिनिधियो, आम नागरिकों, अधिकारियों,
कार्मिकों की समन्वित भूमिका जिम्मेदारी को महत्वपूर्ण बताया। साथ ही सबसे
समर्पित भागीदारी से काम करने का आह्वान किया। उन्होंने स्वच्छता की
शुरूवात मोक्ष धाम से करने का सन्देश दिया। वहीं शहर में शत-प्रतिशत घरों
से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करानें की व्यवस्था सुनिश्चित कराने पर जोर
दिया ताकि हम स्वच्छता के क्षेत्र में अच्छा काम कर सकें। उन्होंने कहा कि
नगर निकाय केवल शौचालय बनवाकर ओडीएफ घोषित करवाने तक ही सीमित न रहे बल्कि
हर दृष्टि से शहर को गंदगी से मुक्त रखें, सम्पूर्ण साफ-सुथरा रखें। खासकर
बस स्टेण्ड, अस्पताल, स्कूल आदि तमाम सार्वजनिक स्थलों पर हमेशा स्वच्छता
बरकरार रखने पर बल दें। बांसवाड़ा तो डूंगरपुर का पडोसी जिला है तो डूंगरपुर
जैसा बांसवाड़ा जल्द बनाने के लिए हम संगठित होकर कार्य करे तो डूंगरपुर
जैसा बांसवाड़ा बन जाएगा।
गुप्ता ने शहरों में घर-घर कचरा संग्रहण
की गतिविधियों को प्रभावी बताते हुए कहा कि कचरा संग्रहण का समय प्रातः
6.30 से 9.30 तक निर्धारित होना चाहिए तभी इसे सफलता दी जा सकती है।
उन्होंने नगर निकायों में शिकायत कक्षों के दिन-रात संचालन और इन्हें
प्रभावी बनाने पर भी जोर दिया। उन्हांेने कहा कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध के
प्रति कठोर रहें और इसके लिए कपड़े की थैलियों का प्रचलन बढ़ाएं। उन्हांेने
कहा कि शहर में नेकी की दीवार एवं शहीद स्मारक स्थापित करने, सामाजिक एवं
आंचलिक सरोकारों के प्रति सजग रहते हुए नई पीढ़ी के निर्माण, कोशल विकास में
बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने तथा नागरिक सुविधाओं के प्रति गंभीर
रहें।
इस दौरान बांसवाड़ा जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने डूंगरपुर
नगरपरिषद द्वारा स्वच्छता के लिए किए गए कार्यो के आधार पर बांसवाड़ा को भी
अब स्वच्छ और सुंदर बनाने का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि डूंगरपुर नगर
परिषद के अनुभव का लाभ लेते हुए बांसवाड़ा जिले में समन्वित प्रयासो से इसकी
क्रियान्वित सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। इस दौरान बांसवाड़ा
नगरपरिषद सभापति मंजूबाला पुरोहित,उपसभापति महावीर बोहरा,आयुक्त हिमांशु
अग्रवाल,कुशलगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष रेखा बांसवाड़ा व कुशलगढ़ नगर निकाय के
पार्षदगण मौजूद रहे।