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पुलिस सुस्त सटोरिये मस्त

खबर - जयनारायण बिस्सा
बीकानेर।
आईपीएल सीजन 10 के शुरु हुआ 20 दिन से ऊपर हो गया पर पुलिस ने अभी तक तीन चार कार्यवाही कर अपनी ड्यिूटी मान रही है पर हकीकत तो ये है कि इस आईपीएल में अब तक कई करोड़ों का सट्टा लग चुका है  पुलिस सिर्फ हजारों रुपये पकड़ कर वाहीवाही लूट रही है। जानकारी के अनुसार बीकानेर के सटोरियों में पुलिस का भय तक नहीं है क्योंकि उनको पता है बीकानेर की पुलिस कछुऐं की चाल चलती है जब तक वो अपना काम करेंगेी  तब तक सटोरियें अपना काम करके चलते बनेंगे।
इन क्षेत्रों में बैठे है सैकड़ों सटोरिये
शहर के कई क्षेत्र ऐसे है जहां आज भी सैकड़ों सटोरियें अपने आपको सुरक्षित मानकर सट्टे का खेल कर रहे है जिसमें कोतवाली थाना क्षेत्र, नयाशहर थाना क्षेत्र, गंगाशहर इन क्षेत्रों में गली गली में सट्टे का कारोबार फल फूल रहा है परंतु  पुलिस को नजर ही नहीं आ रहा है या नजर लगा नहीं रहे है ये पता नहीं है।
प्रत्येक आदमी को पता सट्टा कहां होता है पर पुलिस को नहीं?
कोतवाली थाना क्षेत्र के सुनारों की बड़ी गुवाड़ा, बड़ा बाजार, छबीली घाटी, सिंगिईयों का चौक,्र  मोहता का चौक, रांगड़ी चौक, रामपुरियों हवेलियों के पास शाम चार बजते ही सन्नाटा हो जाता है इन क्षेत्रों में करोड़ों का सट्टा होता है, इसी  तरह गंगाशहर के चौरडिय़ों का चौक, पाबूचौक, इंदिरा चौक, चौधरी कॉलोनी, चौपड़ा बाड़ी आदि क्षेत्र है।
पुलिस का साईबर फेल
पुलिस के द्वारा गत दिनों पकड़े गये सटोरियों को पकडऩे के लिए साइबर वेब का इस्तेमाल किया तो क्या अब आईपीएल में कुछ चिन्हित न बरों को रिकॉर्ड में नहीं लिया जा सकता है कि किस न बर पर कहां से बात हो रही है।
पुलिस की मुखबिर सुस्त
पुलिस को आईपीएल में सटोरियों पर कार्यवाही करने के मामले में सवलिया निशान लग चुका है। इसका मु य कारण है कि थानाधिकारियों के मुखबिर पूरी तरह से फेल हो चुकी है। या जानबूझकर कार्यवाही करना नहीं चाहता है।
कमीशन का खेल
जब ये पता लगाने की कोशिश की कि बीकानेर में सट्टे का कारोबार चरम पर है आज ज्यादातर युवा इस क्षेत्र से जुड़ा हुआ तो पुलिस की पकड़ से दूर क्यों तो  पता चला कि सब जगहों पर कमीशन देकर ये खेल किया जाता है जैसे किसी के  घर मे बैठे है तो वहां पर कमीशन दिया जाता है।

50000 हजार की आधी चॉकलेट
जिस तरह से पुलिस आधुनिक तरीके सटोरियों को पकडऩे के लिए बना रही है उसी तरह सटोरियों ने अपने ये सौदा लिखने का तरीका बदल लिया है अब अगर 50000 हजार रुपये लगाना हो तो कहते है आधी चॉकलेट, एक लाख  लगाना हो तो पूरी चॉकलेट, या अंकों पर लगाया जाता है तो पुलिस को हिसाब तो मिल जाता है परंतु नाम नहीं मिलते है इसी कारण पकडऩे गये सटोरियों से ये नहीं पता चलता कि उसके यहां पर कौन कौन आदमी सट्टा लिखवा रहा है।
एसपी के आदेशों की उड़ी हवाईयां
बीकानेर के एसपी सट्टे को लेकर बड़े गंभीर है हाल ही के दिनों में उन्होंनें बड़ी कार्यवाही कर राजस्थान स्तर पर अपना नाम किया। एसपी साहब ने आईपीएल के शुरु होते ही अपने सभी थानाधिकारियों को निर्देश दिये थे कि आपके क्षेत्र  में सट्टे की खबर मिलते ही तुरंत ही कार्यवाही करेंगे। परंतु अब दो थानों ने सभी थाने के थानाधिकारी किस भी प्रकार का सट्टा नहीं पकड़ा है इसका कारण नहीं पता है लेकिन शहर में सट्टा चरम पर है और पुलिस को पता नहीं हो ऐसे कै से हो सकता है। अगर ऐसा है तो बीकानेर शहर सुरक्षित नहीं है। क्योंकि जब सटोरियों के अड्डे नहीं पता तो हमारी क्या सुरक्षा करेंगी।
पुलिस को लगाया चालान काटनेे में
बीकानेर शहर की यातायात की बिगड़ती व्यवस्था पर एसपी साहब ने निर्देश दिये कि चैकिग को चुस्त किया जाये तो सभी थानाधिकारी तुरंत तैयार हो गये क्योंकि आमदानी सरकार की होगी और उनकी भी होगी तो क्या ऐसे निर्देश  सटोरियों को पकडऩे के लिए भी दे सकते है कि आपके क्षेत्र में कम से रोजाना दो कार्यवाही तो करोंगे ही नहीं  तो आप पर गाज करेंगी। तो हो सकता है कुछ हद  थानाधिकारी काम करें अन्यथा तो नहीं।