खबर - लक्खी अग्रवाल
श्रीमाधोपुर। कचंनपुर ग्राम में फिर एक बार महिलाएं शराब ठेके के विरोध में मंगलवार को सडक़ों पर आ गई और श्रीमाधोपुर कांवट वाया कंचनपुर मार्ग पर पत्थर एवं लकडिय़ा डालकर कर जाम लगा दिया और शराब ठेके को हटाने की मांग करने लगी। जानकारी के अनुसार वार्ड ६ बल्लाई मौहल्ले में खुले शराब ठेके का विरोध होने पर आबकारी विभाग व पुलिस के अधिकारियों ने ठेके को सीज कर मामला शांत करवा दिया था। लेकिन दो दिवस पूर्व ही सीज ठेके को ठेकेदार ने कंचनपुर श्रीमाधोपुर मार्ग पर एक नीजी शिक्षण संस्थान के पास आबादी क्षैत्र में शराब का ठेका संचालित कर दिया। जैसे ही शराब ठेके के पुन: आबादी क्षैत्र में संचालित होने की खबर वार्ड की महिलाओं को लगी तो पुन: हाथों में लकडिय़ा पत्थर लेकर मार्ग का जाम कर दिया। और शराब ठेके के सामने बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं विरोध की सुचना पर मौके पर पहुँचे ठेकेदार बनवारी लाल को गुस्साई महिलाओं ने सरपंच सुमन देवी केेनेतृत्व में घेर लिया और जमकर खरी खोटी सुना डाली। ठेकेदार ने महिलाओं ने समझाईश करने की काफी मन्नतें की लेकिन महिलाएं टस से मस नहीं हुई। सुचना पर करीब तीन घंटे बाद मौके पर पहुँचे आबकारी विभाग अधिकारी अमीचंन्द ने मौके पर उपस्थित सैकड़ों महिलाओं व सरपंच प्रतिनिधि मुकेश से बात की और समझाईश का प्रयास कर जाम को खुलवाया। आबकारी विभाग अधिकारी अमीचंन्द ने सरपंच के नेतृत्व में पाचं व्यक्तियों के प्रतिनिधि मण्डल से शराब ठैकेदार की बात करवार्ई। जिस पर ठेकेदार ने एक माह में दूसरी जगह पर ठेका संचालित करने की बता कहकर समय मांगा। प्रतिनिधि मण्डल के मध्य चली एक घंटे की वार्ता भी विफल हो गई। और महिलाएं पुन:आक्रोशित होकर धरन पर बैठ गई। वहीं ग्रामीण महिलाओं ने मामले की जानकारी दूरभाष के माध्यम से जन क्रांति मंच की राष्ट्रिय अध्यक्ष एवं राजस्थान शराब मुक्त प्रदेश की प्ररेणा स्त्रोत पूजा छाबड़ा को दी। ग्रामीणों की सुचना पर करीब तीन बजे पहुँची पूजा छाबड़ा ने मामले की पूरी जानकारी लेकर जिला आबकारी विभाग के अधिकारियों को मामले के बारे में अवगत करवाया जिस पर अधिकारियों ने एक दो दिन में शराब ठेके की दूसरी जगह आंवटन करने की बात कही। छाबड़ा सैकड़ों महिलाओं के नतृत्व में विरोध प्रदर्शन रैली निकालकर आबकारी एवं प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर शराब ठेके का बंद करने की मांग की। वहीं ग्राम की महिलाएं शराब ठेका बंद नहीं होने तक शराब ठेके के बाहर धरने पर बैठी रही। महिलाओं का कहना था कि जब तक शराब ठेका बंद नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा। इस मौके पर अशोक,दयाल चन्द्र,सरोज देवी,शाीला देवी,मेनका,सुशीला देवी,सुनिता देवी,सुमन देवी,अनिता देवी,जमना देवी,रजनी वर्मा,मनीषा वर्मा,सुरेश कुमार,विकास,अशोक,हीरालाल,नेमीचन्द,बंशीलाल सहित सैकड़ों महिलाएं पुरूष मौजूद रहें।
राजस्थान को शराब मुक्त बनाना। क्राङ्क्षत जन मंच की राष्ट्रिय अध्यक्ष पूजा छाबड़ा ने कंचनपुर में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राजस्थान को शराब मुक्त बनाना ही हमारा प्रथम लक्ष्य हैं। जब तक राजस्थान शराब मुक्त नहीं होगा तब तक देश की युवा पीढ़ी का विकास संभव नहीं। छाबड़ा ने बताया कि शराब के चलते वर्तमान में आज तीन-तीन साल की बच्चियों के साथ आये दिन अनहोनी घंटनाएं घटित हो रहा। वहीं सबसे बड़ी विडम्बना तो तब होती है कि जब राज्रू की मुख्यमंत्री महिला होने के बाद भी महिलाओं के हित की कोई बात नहीं करती हैं। मिडिया के माध्यम से छाबड़ा ने सरकार से अपील करते हुये कहा कि सरकार राज्य से शराब को कम से कम करने का कार्र्य करें जिससे एक अच्छा विकास पूर्ण सुदुढ़ नये राजस्थान की स्थापना हो सके और युवा पिढ़ी का विकास संभव हो।
राजस्थान को शराब मुक्त बनाना। क्राङ्क्षत जन मंच की राष्ट्रिय अध्यक्ष पूजा छाबड़ा ने कंचनपुर में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राजस्थान को शराब मुक्त बनाना ही हमारा प्रथम लक्ष्य हैं। जब तक राजस्थान शराब मुक्त नहीं होगा तब तक देश की युवा पीढ़ी का विकास संभव नहीं। छाबड़ा ने बताया कि शराब के चलते वर्तमान में आज तीन-तीन साल की बच्चियों के साथ आये दिन अनहोनी घंटनाएं घटित हो रहा। वहीं सबसे बड़ी विडम्बना तो तब होती है कि जब राज्रू की मुख्यमंत्री महिला होने के बाद भी महिलाओं के हित की कोई बात नहीं करती हैं। मिडिया के माध्यम से छाबड़ा ने सरकार से अपील करते हुये कहा कि सरकार राज्य से शराब को कम से कम करने का कार्र्य करें जिससे एक अच्छा विकास पूर्ण सुदुढ़ नये राजस्थान की स्थापना हो सके और युवा पिढ़ी का विकास संभव हो।