Breaking News

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

सेना को खुली छूट देकर ही इस असभ्य पाकिस्तान को सिखाया जा सकता है सबक

लेख - अनिल मिंतर  
मेरी सोच  
नवलगढ़  - हमारे जवान इस तरह कब तक जान गवांते रहेंगे।  अगर ऐसा ही चलता रहा तो सेना और देश का मनोबल गिर जायेगा और मनोबल गिरना व्यक्ति या देश के लिए हितकर नहीं होता है।  आज सवा सौ करोड़ की जनसँख्या वाले देश के जवानो के सर काटे जा रहे है और जवानो के शवों की शतविक्षित करने वाले देश को दंड मिलना ही चाहिए। ये देश के स्वाभिमान को चुनौती है। हमारी भारतीय सेना कमजोर नहीं है बस कुछ छूट जरुरी है। सेना को सेना की तरह काम करने
देना चाहिए। आज पाकिस्तान अमानवीय हरकत करने की हिम्मत इसलिए कर रहा है क्योंकि सेना अपने हिसाब से काम नहीं कर सकती। आवश्यकता है सेना को खुली छूट देने की और  कुछ दिनों के भीतर आतंकवाद भी समाप्त हो जाएगा और पाकिस्तान भी अपनी औकात में आ जाएगा। पाकिस्तान पर कोई प्लान बनाकर हमला न हो। जैसे वो करें उससे ज्यादा जोर से हमला किया जाये तभी पाकिस्तान औकात में आएगा। आज कोई हमला हुआ और उसका बदला  दस दिन बाद ले इसका कोई अर्थ नहीं। बहुत हो चुका है। हमारे जवानों का सिर काटकर ले जाना यह दर्शाता है कि पाकिस्तान पूरी तरह सीमा को भूल चुका है। उसके पाप का घड़ा भर  चूका है वह आगे बढ़े, इससे पहले ही उसे कुचलना देना होगा।  हमें  एक बार नहीं बार-बार सर्जिकल स्ट्राइक करनी होगी। इतनी बार स्ट्राइक करनी होगी कि पाकिस्तान की कमर टूट जाए। वह रास्ते पर आने के लिए मजबूर हो जाए। सेना को इतना अधिकार हो कि जब उसे महसूस हो कि एक्शन लेना है तब उसे एक्शन के लिए रोका ना जाये । पाकिस्तान के टुकड़े करने बाहर जरुरी है । सही मायने में अब पाकिस्तान को चार टुकड़ों में बांटने का वक्त है। एक बार धक्का मारने की आवश्यकता है।  पाकिस्तान पूरी तरह असभ्य राष्ट्र बन चुका है। पूरी दुनिया को उसे आतंकवादी राष्ट्र घोषित कराना चाहिए। उसे इस कदर तोड़ दिया जाए कि घिनौनी हरकत की बात दूर कुछ भी सोचने की वह हिम्मत न करे। जब तक ऐसा निर्णय नहीं होता है तब तक सेना को खुली छूट दे दी जाए। पाकिस्तान की तरफ से जैसा होगा, वैसा ही जवाब सेना देगी। कुछ दिनों के भीतर ही पाकिस्तान रास्ते पर होगा। वह शोर अधिक मचा रहा है। भारत के सामने वह कुछ भी नहीं। भारत इस बात की चिंता छोड़ दे कि दुनिया क्या कहेगी। अमेरिका के जो हित में हो वह करता है, किसी से पूछता नहीं।साथ पाकिस्तान बहुत ही गरीब राष्ट्र है। वह इतना कमजोर है कि कुछ दिनों के आर्थिक प्रतिबंध में ही टूट जाएगा। जहां सेना अपना काम करे वहीं कूटनीतिक स्तर पर भी उसे तोड़ने का प्रयास होना चाहिए।  अब समय आ गया है पाकिस्तान को तोड़ने का। उसे तोड़ना आवश्यक है, अन्यथा दिन प्रतिदन उसका मनोबल बढ़ता चला जाएगा।