बुधवार, 27 दिसंबर 2017

सांवलोद की पहाडीयों में जंगली जानवर दिखने से फैली दहशत

खबर - हर्ष स्वामी
वन विभाग ने मौकास्थल से लिए पदमार्ग
रात्री में बिजली सप्लाई चालु रखने की मांग
सिंघाना।
थानान्तर्गत सांवलोद गांव में तीन रोज से जंगली जानवर से ग्रामीण दहशत में जीने को मजबुर हो रहे है। जानकारी के अनुसार पहाडियों में कई लोगो ने जंगली जानवर को देखा जो बघेरा होने का अंदेशा जता रहे है। ग्रामीणो ने जंगली जानवर होने की सुचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग के सिंघाना नाके के फोरेस्टर सत्यवीर मय टीम के साथ मौकास्थल पर पहुचे और जानवर को खोजना शुरू कर दिया। लेकिन काफी देर तक खोजबिन करने के बाद भी टीम को निराशा हाथ लगी। टीम ने मौकास्थल से जंगली जानवर के पदमार्ग लेकर उच्च अधिकारीयों को भेज दिया। गांव के अनुराग, बंटी, राजवीर, धर्मवीर ने बताया कि तीन-चार दिन से पहाडी के आसपास के क्षेत्र में बघेरे जैसे जंगली जानवर को देखा गया। दो दिन तक तो जानवर को ढुंढने की कोशिश की गई। लेकिन जानवर को आबादी एरिये में देखने के बाद भय का माहौल बना हुआ है। रात्री में पशुओं का विशेष रूप से पहरा दिया जा रहा है।

पावर हाउस में भी मिले पदमार्ग, कर्मचारियों में भय

पहाडी के पास स्थित बिजली के पावर हाउस में भी जंगली जानवर के पदमार्ग मिले है। जिससे बिजली कर्मचारियों में भी भय का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणो ने रात्री में विशेष रूप से बिजली सप्लाई चालु रखने की भी मांग की गई। वन विभाग की टीम ने इस दौरान पावर हाउस में भी जाकर पदमार्गो की जांच की गई।

रात्री में युवाओं ने गांव को चार जोन में बांटकर दिया पहरा
जंगली जानवर को आबादी एरिये में देखने के बाद ग्रामीण भी रात्री को लेकर काफी चिंतित हो गये। और दस-दस युवाओं का ग्रुप बनाकर पुरे गांव में पहरा देकर रात को गुजारने पर मजबुर हो रहे है। अनुराग नेहरा ने बताया कि पुरे गांव को चार जोन में बांट दिया गया। तथा गांव के साथ पावर हाउस पर भी पहरा दिया गया। वन विभाग ने मौकामुआयना कर सिर्फ खानापुर्ति कर दी। लेकिन गांव में जंगली जानवर की दहशत से बचने के लिए कोई भी गनमैन गांव में तैनात नही किया गया। ग्रामीण लाठियो के सहारे ही रात गुजार रहे है।

इनका कहना है-

सांवलोद गांव की पहाडियों में जंगली जानवर देखने की सुचना मिली। जिसपर मय टीम के साथ मौकास्थल पर पहुचकर खोजबिन की गई और जगह-जगह से पदमार्ग लेकर उच्च अधिकारीयों को सुचित कर दिया गया।
सत्यवीर मीणा
फोरेस्टर, सिंघाना नाका






Share This