शनिवार, 23 दिसंबर 2017

28 दिसंबर से बहेगी धार्मिक बयार, संतों के सानिध्य में होगा नए साल का शुभारंभ

खबर - विकास कनवा
उदयपुरवाटी । प्रदेश में पहली बार बड़े स्तर पर संत सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। खास बात यह है कि पाश्चात्य संस्कृति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों के जरिए नए साल का आगाज किया जाता है। लेकिन इस बार झुंझुनूं में नए साल का आगाज हमारी पुरातन संस्कृति और संतों के पावन सानिध्य के बीच होगा। जी, हां झुंझुनूं के केड स्थित केड शक्ति धाम में हर साल आयोजित होने वाले शरदोत्सव को इस बार खास बनाया जा रहा है। श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी जयकिशन गिरी जी महाराज के सानिध्य में 28 से 31 दिसंबर तक विशाल संत सम्मेलन तथा शरदोत्सव होगा। जिसमें शंकराचार्यों के अलावा चार दर्जन से अधिक महामंडलेश्वर और नामी गिरामी संत हिस्सा लेंगे। हर दिन दोपहर को होने वाले संत सम्मेलन में ना केवल पूरे देश के केडिया बंधु हिस्सा लेंगे। बल्कि क्षेत्र के लोगों को भी आमंत्रित किया गया है। इसके लिए बाकायदा 100 के करीब वाहनों की व्यवस्था की गई है। वहीं शक्ति धाम मंदिर को भी सजाया जा रहा है। केड शक्ति धाम समिति के अध्यक्ष विजय छावसरिया भी केड पहुंच चुके है। जिन्होंने आयोजन समिति की बैठक ली और तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा संयोजक मनीष केडिया दिल्ली समेत अन्य केडिया बंधु भी जुट गए हैं।

छावसरिया ने ली आयोजन समिति की बैठक

केड शक्ति धाम समिति के अध्यक्ष विजय छावसरिया चैन्नई ने केड पहुंचते ही सबसे पहले आयोजन समिति के साथ बैठक की। जिसमें महामंत्री बैंगलुरू प्रवासी कमल केडिया, कोषाध्यक्ष मुंबई प्रवासी सुभाष एस. केडिया, संयोजक मुंबई प्रवासी विजय जी. केडिया, गोहाटी प्रवासी पितराम केडिया तथा दिल्ली प्रवासी मनीष केडिया के अलावा स्थानीय सहयोगी राजकुमार केडिया झुंझुनूं से अब तक की तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा उन्होंने आयोजन को लेकर बनाई गई स्वागत समिति, संत सेवा समिति, सम्मेलन सेवा समिति, जनसंपर्क व प्रचार समिति, धन संग्रह समिति, आवास एवं रख रखाव समिति, भोजन व्यवस्था समिति तथा परिवहन समिति के साथ भी बैठक कर व्यवस्थाओं की समीक्षा के साथ आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

ये रहेगा चार दिन का कार्यक्रम

28 से 31 दिसंबर तक शरदोत्सव होगा। जिसमें अल सुबह से लेकर देर शाम तक धार्मिक वा सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इस चार दिवसीय कार्यक्रम का आगाज 28 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे सहस्त्रार्चन के साथ होगा। इसके बाद दोपहर दो बजे से संत सम्मेलन होगा। इसमें संतों का सम्मान भी किया जाएगा। वहीं अगले दिन सुबह 10.30 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा, दोपहर दो बजे संत सम्मेलन तथा शाम छह बजे से दिल्ली के प्रसिद्ध अजय याग्निक की टीम द्वारा सुंदरकांड का पाठ होगा। वहीं 30 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे रूद्राभिषेक होने के अलावा दोपहर दो बजे से संत सम्मेलन एवं शाम सात बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसी क्रम में आयोजन के अंतिम दिन 31 दिसंबर को सुबह साढ़े नौ बजे से संत सम्मेलन होगा। वहीं शाम पांच बजे से मुंबई के ऋषि कुमार एंड टीम के सानिध्य में मंगल पाठ होगा।

पूरे देश के प्रवासी करेंगे नए साल का आगाज

आयोजन के अंतिम दिन 31 दिसंबर को देश के कोने कोने से आने वाले केडिया बंधु एक साथ आतिशबाजी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच नए साल का आगाज करेंगे। इस मौके पर केडिया बंधुओं के बीच फन गेम्स भी होंगे। रात 10 बजे से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम नए साल के आरंभ तक जारी रहेगा। जिसमें सैंकड़ों की संख्या में प्रवासी हिस्सा लेंगे।

सीएम योगी, रामदेव के आने की संभावना

महामंडलेश्वर जयकिशनगिरी महाराज ने बताया कि अब तक तीन दर्जन से अधिक साधु-संतों के आने की स्वीकृतियां मिल चुकी है। वहीं यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ व बाबा रामदेव के आने की भी पूरी पूरी संभावना है। इस संत सम्मेलन में देश और विदेश के संतों के अलावा स्थानीय संतों को भी बुलाया गया है। जो धर्मप्रेमियों को धर्म के प्रति बताएंगे और एक अच्छे राष्ट्र के निर्माण में सभी की सामूहिक भूमिका पर चर्चा करेंगे।


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