शुक्रवार, 5 जनवरी 2018

लालीवाव मठ में साहित्य समारोह की धूम देर रात रही

उल्लेखनीय सेवाओं के लिए 18 विभूतियों को महन्त  नारायण दास सम्मान प्रदान
बांसवाड़ा-
सदियों से प्रसिद्ध तपोभूमि लालीवाव मठ में अध्यात्म चिन्तक महन्त नारायणदास महाराज की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय धार्मिक समारोह के अन्तर्गत आयोजित बहुआयामी साहित्य समारोह गुरुवार देर रात तक खूब जमा और कवियों तथा शायरों ने भारतीय संस्कृति, संस्कारों, सौहार्द, अध्यात्म, सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और मानवीय संवेदनाओं से लेकर जीवन और जगत के तमाम संबंधों को रेखांकित करती रचनाएं पेश कर माहौल को ऊँचाइयां प्रदान की। साहित्य समारोह की अध्यक्षता लालीवाव मठ के पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर हरिओमदास महाराज ने की। राजस्थान के जाने-माने साहित्य चिन्तक एवं संचालक श्री अरुण शर्मा ‘अजीब’(भीलवाड़ा) मुख्य अतिथि थे जबकि वरिष्ठ साहित्यकार श्री भूपेन्द्र उपाध्याय ‘तनिक’ एवं श्री भरतचन्द्र शर्मा एवं आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ चिन्तक श्री सुन्दरलाल पंचाल विशिष्ट अतिथि थे। अतिथियों ने महंत नारायणदास महाराज की तस्वीर को माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन कर साहित्य समारोह का शुभारंभ किया। सरस्वती वन्दना श्री नरेन्द्र नंदन ने की। अध्यक्षीय उद्बोधन में लालीवाव पीठाधीश्वर हरिओमदास  महाराज ने प्रबुद्धजनों से सामाजिक सरोकारों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया और बताया कि आंचलिक सरोकारों, सामाजिक सेवा कार्यों और रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा प्रतिभा प्रोत्साहन के लिए लालीवाव विचार मंच स्थापित किया जाएगा। इसमें सेवाव्रती प्रबुद्धजनों को शामिल किया जाएगा। चिकित्सा विशेषज्ञ एवं समाजसेवी डॉ. सुन्दरलाल पंचाल ने वागड़ अंचल में रचनात्मक गतिविधियों के उन्नयन और विस्तार में संगठित प्रयासों की आावश्यकता पर जोर दिया और कहा कि इस दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे। वयोवृद्ध सामाजिक चिन्तक श्री मणिलाल जोशी ने आध्यात्मिक यात्रा और अपनी कृतियों की उपलब्धियों पर जानकारी दी।  वीरेन्द्रसिंह राव ने सांगीतिक प्रस्तुति दी। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवा करने वाली 18 विभूतियों को महन्तश्री नारायणदास महाराज स्मृति सम्मान प्रदान किया गया। इनमें श्री मणिलाल जोशी एवं पं. श्री विनय भट्ट को महन्त श्री नारायणदास अध्यात्मश्री सम्मान तथा अध्यात्म संगीत विशेषज्ञ श्री वीरेन्द्रसिंह राव को महन्तश्री नारायणदास मातंगी सम्मान प्रदान किया गया। साहित्य जगत की सेवाओं के लिए महन्तश्री नारायणदास साहित्य शिरोमणि सम्मान वयोवृद्ध साहित्य चिन्तक श्री भूपेन्द्र उपाध्याय ‘तनिक’ एवं गीतकार श्री हरीश आचार्य और महन्तश्री नारायणदास साहित्य सम्मान भीलवाड़ा के वरिष्ठ साहित्यकार एवं मंच संचालक श्री अरुण शर्मा ‘अजीब’,  शायर श्री सईद मंजर एवं सिराज नूर चिश्ती तथा कवि श्री मृदुल पुरोहित, महेश पंचाल ‘माही’ एवं श्री उत्सव जैन को दिया गया।

इसी प्रकार साहित्य, संचालन एवं समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सर्वश्री भागवत कुन्दन, बृजमोहन तूफान, भंवर गर्ग, यशवन्त पण्ड्या ‘चिन्तक’, श्री सुखलाल तेली, श्री विमल भट्ट, श्रीमती शकुन्तला व्यास एवं श्री अरविन्द खेरावत को सम्मानित किया गया।

वैविध्यपूर्ण रचनाओं ने किया मुग्ध

समारोह के अन्तर्गत जाने-माने गीतकार एवं ओजस्वी मंच संचालक श्री हरीश आचार्य के संचालन में काव्य गोष्ठी भी हुई। इसमें वरिष्ठ साहित्यकार श्री भरतचन्द्र शर्मा, ओजस्वी मंच संचालक श्री अरुण शर्मा ‘अजीब’ (भीलवाड़ा), श्री भूपेन्द्र तनिक, श्री जहीर आतिश, श्री मृदुल पुरोहित, श्री सिराज नूर चिश्ती, श्री रौनक पुरोहित, श्री घनश्याम नूर, श्री कमलेश कमल, श्री नरेन्द्र नंदन, श्री भदे्रश झा, श्री भंवर गर्ग, श्री महेश पंचाल ‘माही’, श्री भागवत कुन्दन, श्री वसी सिद्दीकी, श्री बृजमोहन तूफान, श्री उत्सव जैन, श्री यशवन्त पण्ड्या ‘चिन्तक’ आदि ने विभिन्न रसों से सिक्त रचनाएं सुनाई।

साहित्यकारों का सम्मान

समारोह में सरस्वती विद्या मन्दिर (उदाजी का गड़ा) की ओर से श्री महेन्द्र पुरोहित ने सभी संभागी साहित्यकारों को संस्थान की ओर से डायरी, कलम और कैलेण्डर प्रदान कर सम्मानित किया।

पोस्टर विमोचन

समारोह में लालीवाव पीठाधीश्वर महन्त हरिओमदास महाराज एवं अतिथियों ने साहित्यकार श्री उत्सव जैन द्वारा निर्मित बेटी बचाओ विषयक कविता के पोस्टर का विमोचन किया।

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