शनिवार, 13 जनवरी 2018

सिरियासर के मैदान पर उतरे नाइजीरियन खिलाड़ी...फिर भी नहीं हरा सके झुंझुनूं के छोरों को

खबर - अरुण मूंड
सिरियासर कलां में फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन, दिनेश सुंडा ने बांटे पुरस्कार
झुंझुनूं।
झुंझुनूं के छोरों की जिद के आगे विदेशी खिलाड़ी भी कुछ नहीं कर सकते। यह साबित हुआ है सिरियासर कलां गांव में। जहां पर राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका फाइनल मुकाबला सिरियासर कलां गांव की टीम और बदनगढ़ की टीम के बीच खेला गया। इससे पहले हुए सेमीफाइनल मुकाबले में भादरा से आई टीम ने जीत के लिए नाइजीरियन खिलाडिय़ों को भी मैदान में उतारा था। लेकिन सिरियासर कलां के खिलाडिय़ों के आगे एक ना चली और भादरा की टीम को नाइजीरियन खिलाड़ी होने के बावजूद भी हराकर फाइनल खेला। सिरियासर कलां की टीम ने विजयी अभियान जारी रखा। फाइनल मुकाबले में रोमांचक मुकाबले में पैनेल्टी शूट से हराया। फाइनल मुकाबले में खिलाडिय़ों को अतिथियों ने पुरस्कार बांटे। मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य दिनेश सुंडा थे। अध्यक्षता सरपंच प्रतिनिधि विजय लोयल ने की। विशिष्ट अतिथि आर एंड आर हॉस्पिटल के चेयरमैन समाजसेवी राजेश रेवाड़, दिलीप धनखड़ व हरफूल धारीवाल आदि थे। इस मौके पर सुंडा ने कहा कि फुटबॉल में देश के अच्छे खिलाडिय़ों की जरूरत है। जो विदेशों में भी देश का नाम रोशन कर सके। इसलिए क्रिकेट के अलावा फुटबॉल को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है। जिस तरह कबड्डी के अच्छे दिन वापिस शुरू हो गए है। वैसे आने वाले वक्त में फुटबॉल के भी अच्छे दिन आएंगे। इससे पहले आयोजन समिति के नासिर खान, रिहान चौहान, शाकिर खान, आबिद अली, मो. रफीक, तस्लीम खां आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर घासी खां, मुश्ताक खां, बैजूराम जांगिड़, उम्मेद खां, गुल फिरोज खां, बंशीधर गर्वा, जावेद खां व कमेटी सदस्य नासिर खां, शाकिर खां, विनोद जांगिड़, रफीक खां आदि मौजूद थे। संचालन उप सरपंच प्रतिनिधि शमशाद खान ने किया।

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