जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमें ‘मेरे लिए‘ की सोच से ऊपर उठकर ‘सबके लिए‘ की सोच के साथ आगे बढ़ना होगा तभी हम नया राजस्थान और नया हिंदुस्तान की कल्पना को साकार कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हम एक्सक्लूसिव नहीं, इनक्लूसिव ग्रोथ की सोच के साथ राजस्थान के गौरवशाली इतिहास की तरह इसका भविष्य भी सुनहरा बनाएंगे। राजे शुक्रवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में सेंटर फॉर मीडिया रिसर्च एण्ड डवलपमेंट (सीएमआरडी) की ओर से ‘विकास के लिए राजनीति‘ विषय पर आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सर्व हित की सोच के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ऎसे कई बडे़ निर्णय लिए जो हमारे देश का भविष्य संवार रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा भारत एक बार फिर विश्व गुरू बनकर उभरेगा।
विकास की राजनीति के लिए बदलना होगा माइंडसेट
मुख्यमंत्री ने कहा कि उदारीकरण और वैश्वीकरण के कारण आमजन की सरकारों से अपेक्षाएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन ये अपेक्षाएं तभी पूरी होंगी जब आमजन और सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चलेेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपना मांइड सेट नहीं बदलेंगे तब तक विकास के लिए राजनीति के अपने ध्येय को पूरा नहीं कर पाएंगे।
तोड़ने नहीं, जोड़ने की राजनीति करें
राजे ने कहा कि एक जमाना था जब ‘तोड़ने की राजनीति‘ के दम पर सत्ता हासिल की जाती थी, लेकिन अब वो समय है जब ‘जोड़ने की राजनीति‘ ही विकास का मूलमंत्र बन सकती है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को गरीबी में रखकर कभी भी विकास की राजनीति नहीं कर सकते। लोगों की भावनाओं का आदर करते हुए संवेदनाओं के साथ आगे बढ़कर ही हम विकसित राज्य और विकसित राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।
‘आओ साथ चलें‘ के नारे से बढ़ा युवाओं में विश्वास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की साढे़ सात करोड़ की आबादी में से 2 करोड़ से अधिक युवा हैं और यह वह महाशक्ति है जो पूरी दुनिया में राजस्थान का गौरव बढ़ाएगी। प्रदेश की इसी शक्ति को एकजुट करने के लिए हमने ‘आओ साथ चलें‘ का नारा दिया था, जिसने प्रदेश की युवा शक्ति में विश्वास पैदा किया।
सीएम राजे की तरह राजनीति में संवेदनशीलता की जरूरत : सहस्त्रबुद्धे
सांसद श्री विनय सहस्त्रबुद्धे ने ‘सामाजिक बदलाव की राजनीति‘ विषय पर संबोधन देते हुए कहा कि राजनीति का दायरा सत्ता के गलियारे से व्यापक है। देश में राजनीति का स्वरूप बदल रहा है और न्यू पॉलिटिक्स के साथ हम न्यू इंडिया में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में सकारात्मकता का जो माहौल बन रहा है, हमें मिलकर उसे ताकत देने की जरूरत है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के कुशल नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस प्रकार वे आमजन के बीच जाकर लोगों की जरूरतों को जानने का प्रयास कर रही हैं, उसी संवेदना की आज राजनीति में जरूरत है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सामाजिक सरोकारों से संबंधित उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रदेश के 11 युवाओं को सम्मानित किया। इससे पहले सीएमआरडी के सुरेन्द्र चतुर्वेदी ने स्वागत संबोधन दिया।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।
विकास की राजनीति के लिए बदलना होगा माइंडसेट
मुख्यमंत्री ने कहा कि उदारीकरण और वैश्वीकरण के कारण आमजन की सरकारों से अपेक्षाएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन ये अपेक्षाएं तभी पूरी होंगी जब आमजन और सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चलेेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपना मांइड सेट नहीं बदलेंगे तब तक विकास के लिए राजनीति के अपने ध्येय को पूरा नहीं कर पाएंगे।
तोड़ने नहीं, जोड़ने की राजनीति करें
राजे ने कहा कि एक जमाना था जब ‘तोड़ने की राजनीति‘ के दम पर सत्ता हासिल की जाती थी, लेकिन अब वो समय है जब ‘जोड़ने की राजनीति‘ ही विकास का मूलमंत्र बन सकती है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को गरीबी में रखकर कभी भी विकास की राजनीति नहीं कर सकते। लोगों की भावनाओं का आदर करते हुए संवेदनाओं के साथ आगे बढ़कर ही हम विकसित राज्य और विकसित राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।
‘आओ साथ चलें‘ के नारे से बढ़ा युवाओं में विश्वास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की साढे़ सात करोड़ की आबादी में से 2 करोड़ से अधिक युवा हैं और यह वह महाशक्ति है जो पूरी दुनिया में राजस्थान का गौरव बढ़ाएगी। प्रदेश की इसी शक्ति को एकजुट करने के लिए हमने ‘आओ साथ चलें‘ का नारा दिया था, जिसने प्रदेश की युवा शक्ति में विश्वास पैदा किया।
सीएम राजे की तरह राजनीति में संवेदनशीलता की जरूरत : सहस्त्रबुद्धे
सांसद श्री विनय सहस्त्रबुद्धे ने ‘सामाजिक बदलाव की राजनीति‘ विषय पर संबोधन देते हुए कहा कि राजनीति का दायरा सत्ता के गलियारे से व्यापक है। देश में राजनीति का स्वरूप बदल रहा है और न्यू पॉलिटिक्स के साथ हम न्यू इंडिया में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में सकारात्मकता का जो माहौल बन रहा है, हमें मिलकर उसे ताकत देने की जरूरत है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के कुशल नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस प्रकार वे आमजन के बीच जाकर लोगों की जरूरतों को जानने का प्रयास कर रही हैं, उसी संवेदना की आज राजनीति में जरूरत है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सामाजिक सरोकारों से संबंधित उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रदेश के 11 युवाओं को सम्मानित किया। इससे पहले सीएमआरडी के सुरेन्द्र चतुर्वेदी ने स्वागत संबोधन दिया।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।
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