रविवार, 11 फ़रवरी 2018

दुलाराम सहारण व कुमार अजय को मिलेगा राजस्थली सम्मान

खबर - जितेश वर्मा
चूरू। राजस्थानी भाषा की तिमाही पत्रिका राजस्थली के 40 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर होने वाले समारोह में जिले के युवा लेखक दुलाराम सहारण एवं कुमार अजय को राजस्थली सम्मान प्रदान किया जाएगा। सहारण को यह पुरस्कार राजस्थानी की पहली व एकमात्रा अनुवाद पत्रिका  ‘अनुसिरजण’ एवं कुमार अजय को राजस्थानी तिमाही ‘लीलटांस’ के जरिए राजस्थानी साहित्यिक पत्राकारिता में योगदान के लिए यह सम्मान दिया जाएगा।
राजस्थली संपादक एवं राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पूर्व अध्यक्ष श्याम महर्षि ने बताया कि 25 फरवरी को बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ में होने वाले समारोह में सहारण व अजय को यह सम्मान दिया जाएगा। इस दौरान ‘राजस्थानी साहित्यिक पत्राकारिता’ विषय पर संगोष्ठी भी आयोजित की जाएगी। 
उल्लेखनीय है कि चूरू जिले के भाडंग गांव मे जन्मे साहित्यकार दुलाराम सहारण राजस्थानी के लोकप्रिय कथाकार हैं तथा उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार, भारतीय भाषा परिषद के युवा पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कार-सम्मानों से उन्हें आज तक सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में वे राजस्थानी की एकमात्रा अनुवाद पत्रिका ‘अनुसिरजण’ का संपादन कर रहे हैं। 
जिले के गांव घांघू में जन्मे कुमार अजय राजस्थानी कविता संग्रह संजीवणी’ के लिए साहित्य अकादेमी के युवा पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। उनकी अनेक मौलिक व अनुवाद पुस्तकें प्रकाशित हैं। साहित्य एवं पत्राकारिता में योगदान के लिए वे अनेक मंचों पर सम्मानित-पुरस्कृत हो चुके हैं। राजस्थानी पत्रिका ‘लीलटांस’ के जरिए भाषा एवं साहित्य की दिशा मे किए जा रहे काम के लिए इन्हें सम्मानित किया जा रहा है। दोनों ही पत्रिकाओं का संपादन प्रयास संस्थान, चूरू की ओर से किया जा रहा है।

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