शनिवार, 3 फ़रवरी 2018

सामाजिक विकास के लिए शिक्षा सर्वोपरि - किरण माहेश्वरी

उच्च शिक्षा मंत्री ने राजसमन्द में 2.60 करोड़ की लागत वाले जनजाति कन्या छात्रावास का शिलान्यास किया
राजसमन्द-
उच्च शिक्षा मंत्री  किरण माहेश्वरी ने सामाजिक विकास एवं आंचलिक तरक्की के लिए शिक्षा-दीक्षा और प्रेम-सौहार्द पर जोर दिया है और लोगों से मिलजुलकर सामूहिक विकास के प्रयासों में भागीदारी निभाने का आह्वान किया है। श्रीमती माहेश्वरी ने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बालिकाओं की शिक्षा-दीक्षा और उनके भविष्य को सँवारने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अपने सामाजिक सरोकारों को पूरी बेहतरी से निर्वाह कर रही है और इनका लाभ लेने के लिए पूरे मन से आगे आने की जरूरत है।       उच्च शिक्षा मंत्री ने शनिवार को राजसमन्द के पलेवा मगरी क्षेत्र में छात्रावास शिलान्यास समारोह में बड़ी संख्या मेंं उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए यह बात कही।  कुल 2.60 करोड़ की लागत से बनने वाले जनजाति कन्या आश्रम छात्रावास में जनजाति क्षेत्र की 50 छात्राओं के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध है। इसमें अध्ययन करने वाली बालिकाओें को आवास, भोजन, शिक्षा आदि सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी।  श्रीमती माहेश्वरी ने भूमि पूजन तथा शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया।

       शिलान्यास समारोह की शुरूआत अतिथियों द्वारा राणा पूंजा के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। समारोह में जिलाप्रमुख प्रवेशकुमार सालवी, नगर परिषद सभापति श्री सुरेश पालीवाल, रेलमगरा के प्रधान प्रभुलाल भील, सामाजिक प्रतिनिधियों मोहनलाल भील, उदयलाल, खेमराज, गोपाललाल, नारूलाल, बालूराम, गंगाराम, देवीलाल, शंकरलाल आदि प्रतिनिधियों ने विचार रखे।

       राणा पूंजा शिविर सब जगह लगेंगे


       समारोह को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने राजसमंद जिले में लगाए गए राणा पूंजा शिविरों को अत्यन्त लाभदायी बताया और कहा कि अब यह शिविर सभी पंचायतों में लगाए जाएंगे ताकि जनजाति क्षेत्र और लोगों की समस्याओं का समय रहते समाधान हो जाए और सरकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों का पूरा पूरा लाभ जनजाति वर्ग को प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि राजसमंद पंचायत समिति क्षेत्र में पायलट प्रोजेेक्ट की तरह यह शिविर लगाए गए थे और इनकी आशातीत सफलताओं को देखते हुए अब पूरे जिले में इनका क्रियान्वयन किया जाएगा।

माहेश्वरी ने कहा कि सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के ध्येय को लेकर काम कर रही है, गरीब तथा गांव का विकास सरकार की प्राथमिकताओं में शुमार है और जन कल्याण के लिए कहीं कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
 किरण माहेश्वरी ने प्रेम और माधुर्य को सामाजिक समरसता एवं सौर्हाद्र का मूल आधार बताया और सभी से कहा प्रेम और सद्भाव के साथ विकास के सुनहरे सपनों को साकार करने के लिए मिलजुल कर आगे आएं।

       उच्च शिक्षा मंत्री ने जनजाति कन्या छात्रावास को क्षेत्र की बालिकाओं के भविष्य निखार का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि साल भर के भीतर इस छात्रावास का निर्माण पूरा कर लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि छात्रावास तथा आस-पास के परिक्षेत्र को  एक चहादीवारी में लाकर बेहतर स्वरूप दिया जाएगा और इसके लिए 25 लाख की धनराशि अतिरिक्त प्रदान की जाएगी। इसके प्रयास जारी हैं।

       बालिका शिक्षा पर बल

       उन्होंने जनजाति समाज जनों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चे-बच्चियों को पढ़ने भेजें , उनका शैक्षिक विकास करें और भविष्य सुधारने के प्रयासों में सरकारी योजनाओं का लाभ लें। उन्होंने कहा कि सामाजिक विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है और इसी से आंचलिक विकास को भी संबल मिलता है, समाज और देश मजबूत होता है।

       उच्च शिक्षा मंत्री ने बालिका शिक्षा पर जोर दिया और उपस्थितजनों से कहा कि अपनी बालिकाओं को उच्चतम शिक्षा और प्रशिक्षण से जोड़ें और उनके भविष्य को संवारने के लिए सर्मपित भागीदारी अदा करें।

       दी जाएगी हरसंभव मदद

 माहेश्वरी ने कहा कि जहां कहीं बालिकाओं की पढ़ाई लिखाई में मदद की आवश्यकता होगी, शिक्षा से लेकर बालिकाओं के विवाह तक के कामों में अपनी ओर से हर संभव सहयोग देंगी तथा सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाएंगी।

       उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र में बहुआयामी विकास हुआ है और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी विकास तथा लोग सुविधाओं का सुनहरा दौर जारी है और ऎसे में ग्रामीणों को चाहिए कि वह सरकार के प्रयासों में भागीदार बनें और हर संभव योगदान अदा करें। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रतापगढ़ में मेवाड़ भील कोर स्थापित की जा रही है और इसके लिए काम शुरू हो चुका है।

       समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता पर

 माहेश्वरी ने कहा कि जनजाति वर्ग की जो भी समस्याएं होंगी उनके निराकरण के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे और जनजाति क्षेत्रों के विकास में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रखी जाएगी। समस्याओं के त्वरित समाधान के साथ-साथ विकास की दृष्टि से जो कुछ संभव होगा वह प्राथमिकता के साथ कराया जाएगा।

       राजसमंद के जिला प्रमुख श्री प्रवेश कुमार सालवी सालवी में सामाजिक विकास के लिए शिक्षा पर जोर दिया और कहा कि शैक्षिक विकास के लिए सभी संभव प्रयास करें।

       रेलमगरा पंचायत समिति के प्रधान श्री प्रभु लाल भील ने ग्रामीण विकास और जनजाति उत्थान के लिए उच्च शिक्षा मंत्री का आभार जताया और रेलमगरा पंचायत समिति की ओर से स्वागत किया।

       राजसमंद नगर परिषद के सभापति श्री सुरेश पालीवाल ने जनजाति छात्रावास को आदिवासी बालिकाओं के लिए सुनहरे भविष्य का संकेत बताया और नगर परिषद क्षेत्र में जनजाति विकास के कायोर्ं पर विस्तार से जानकारी दी। भील समाज की ओर से गंगाराम एवं कार्यकारिणी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।  मुख्य अतिथि श्रीमती किरण माहेश्वरी का स्वागत उठारड़ा सरपंच श्रीमती कमला भील ने किया।

       सामाजिक उत्थान पर जोर

       इस अवसर पर श्रीकृष्ण पालीवाल, दिनेश बडाला, गंगाराम, मोहनलाल, खेमराज, नारूलाल, गोपाललाल, देवीलाल, शंकरलाल, उदयलाल, रोशनलाल आदि वक्ताओं ने जनजाति क्षेत्रों में विकास के बहुआयामी प्रयासों को तेज करने पर जोर दिया और जनजाति विकास के लिए श्रीमती किरण माहेश्वरी के प्रयासों की सराहना की।  वक्ताओं ने भील समाज के लंबे समय से काबिज लोगों को पट्टे देने और पुनर्वास के पुख्ता प्रयास करने,  जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का लाभ दिलाने, राणा पूंजा शिविर अन्य ग्राम पंचायतों में भी लगाकर जनजाति परिवारों की समस्याओं के समाधान आदि का आग्रह किया। आभार उदयलाल ने जताया।

       इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर बृजमोहन बैरवा, उपखंड अधिकारी राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, तहसीलदार गजानंद जांगिड़, जिला परिषद सदस्य मदनलाल, सत्यप्रकाश काबरा, सत्यनारायण पूर्बिया, मानसिंह बारहठ, गणेश पालीवाल, पर्वतसिंह आसिया, महेश आचार्य,  बहादुरसिंह, दिग्विजयसिंह भाटी, महेन्द्र टेलर, अरुण बोहरा सहित अनेक अधिकारीगण, जन प्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

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