शनिवार, 3 फ़रवरी 2018

जब तक आप स्वयं पर विश्वास नहीं करोगे तब तक भगवान पर विश्वास नहीं करोगे- अश्वनी कुमार

खबर - जयंत खांखरा
खेतड़ी -इंडस क्वालिटी फाउंडेशन तथा रामकृष्ण मिशन राजस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विवेक चिंतन उत्सव का सांस्कृतिक समारोह के साथ समापन हुआ। शनिवार को राम कृष्ण स्मृति मंदिर खेतड़ी में कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अमिताव भट्टाचार्य, भारतीय सूचना आयुक्त पूर्व सचिव यूपी एस सी एवं कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष रहे कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध न्यूरोसाइंटिस्ट और योगक्षेम पुनर्वास और कल्याण केंद्र की संस्थापिका डॉक्टर उषा वस्थारे , इंडस क्वालिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार तथा बोर्ड मेंबर प्रबीर सेन ने सर्वपथम मिशन के सचिव आत्मनिष्ठ आनंद महाराज के साथ स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस माता शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम में अश्वनी कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक आप स्वयं पर विश्वास नहीं करोगे तब तक भगवान पर विश्वास नहीं कर पाओगे। विद्यार्थियों को प्रश्न पूछते हुए उन्होंने कहा कि आप साधारण बनना चाहते हो या असाधारण। प्रथम आने की ललक हर एक विद्यार्थी में छुपी हुई होती है स्वामी विवेकानंद भी एक असाधारण व्यक्ति थे और उन्होंने असाधारण बनने के लिए 5 गुण बताए थे जिसमें नियमित रूप से व्यायाम करना, बलवान बनना, साहसी होना, ब्रह्मचार्य का पालन करना तथा देश की सेवा करना मुख्य है। उन्होंने कहा कि जब भारत 1893 में एक साधारण गरीब देश था उस समय स्वामी विवेकानंद ने शिकागो जाकर अमेरिका वासियों को भाइयों और बहनों कह कर संबोधित किया था तो लंबे समय तक तालियों की करतल ध्वनि ने उनका अभिवादन किया था। 
साथ ही अश्वनी कुमार ने कहा कि इंडस क्वालिटी फाउंडेशन गुणवत्ता की भावना से प्रेरित आईआईटी दिल्ली के 1972 बैच के स्नातकों का एक समूह है जो एक समाजसेवी संस्था है यह संस्था जन कल्याण के लिए कार्य करती है इसका लक्ष्य है कि भारत एक बार फिर विश्व गुरु के रुप में स्थापित हो जो कि स्वामी विवेकानंद के भविष्यवाणी पर आधारित है। इस संस्था का गठन 1995 में किया गया था। मुख्य अतिथि अमिताव भट्टाचार्य ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी जी ने देश निर्माण और एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए 100 युवाओं की मांग की थी। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भट्टाचार्य से देश सेवा और भविष्य निर्माण को लेकर प्रश्न किए जिसमें उन्होंने कहा कि सबसे पहले आप में आत्मविश्वास होना जरूरी है। एकाग्रचित होकर अध्ययन करना। एक आईडिया लेकर आगे बढ़ना तथा अपने जीवन में नेगेटिव सोच वाले लोगों से दूर रहना आपको देश की सेवा तथा उच्च पदों पर आसीन होने में मददगार साबित होगा। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कोलकाता के काया विवेक ध्वनि बैंड द्वारा प्रेरक फ्यूजन संगीत का प्रदर्शन रहा जिसमें उन्होंने शास्त्रीय गायन के साथ गणेश वंदना "भारत हमको जान से प्यारा है सबसे प्यारा गुलिस्ता हमारा है "।" नमो नरेंद्र विवेकानंद"। सबको मरना है गरीब को भी मरना है अमीर को भी मरना है जैसा तुम खुद मानोगे वैसा बन जाओगे निर्बल बनोगे तो निर्बल और सफल बनोगे तो सबल की प्रस्तुतियों से  सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया  वही  इंडस क्वालिटी फाउंडेशन  दिल्ली से आए विद्यार्थियों ने रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियां  प्रस्तुत की ।29 जनवरी से 31 जनवरी तक चले योग चिंतन सांस्कृतिक समारोह में भाषण, कविता पाठ, संस्कृत स्त्रोत, चित्रकला, मुख पाठ,3 तथा सामूहिक गायन की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 22 विद्यालयों के 507 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें डालमिया विद्या मंदिर चिड़ावा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया माता श्रवणी देवी इंटरनेशनल स्कूल सिंघाना ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया गदाधर अभुदय प्रकल्प खेतड़ी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। स्वामी आत्मनिष्ठानंद महाराज ने सभी आगंतुकों का स्वागत और अभिनंदन किया। इस मौके पर स्वामी हितकरानंद, स्वामी अनंत आत्मानंद, स्वामी जितेंद्रानंद, अशोक सिंह शेखावत, प्रताप सिंह सिहाग ,रूडा राम, नरेश वर्मा ,मुकेश कुमार, राहुल शर्मा ,कृष्ण कुमार ,सैकड़ों विद्यार्थी अभिभावक तथा अध्यापक उपस्थित रहे।

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