नवलगढ़:- दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट द्वारा संचालित पोदार काॅलेज, पोदार टी.टी. काॅलेज, पोदार जी.पी.एस. अंग्रेजी माध्यम, पोदार एस.के.पी. टायनी टोडलर, पोदार हिन्दी माध्यम, पोदार प्राइमरी एवं पोदार आई.टी.आई. में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। विद्यालयों में विश्व पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी को बचाने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ सम्पन्न कराई गई। इसके उपरान्त पोदार ट्रस्ट के सेमीनार हाॅल में विश्व पृथ्वी दिवस पर जागरूकता सेमीनार आयोजित की गई। इस सेमीनार में पोदार संस्थाओं के विद्यार्थियों एवं स्टाफ से भाग लिया। इस अवसर पर विभिन्न संकाय सदस्यों ने विश्व पृथ्वी दिवस पर व्याख्यान दिया। इसी क्रम में बोटनी विभागाध्यक्ष कोमल लता नागपाल ने पृथ्वी की उत्पति, विश्व पृथ्वी दिवस आयोजन का कारण तथा इसके जनक डाॅ. जान मैकोनेल व गोलोर्ड नेल्सन के बारे में बताया। प्रथम विश्व पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया। तभी से इसे हर वर्ष 22 अप्रेल को मनाया जाने गा है। आज दुनिया के 141 देश इसके साथ जुड़ चुके हैं। विश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन वातावरण, पर्यावरण , प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग जैसे मुददों से जुड़ा हुआ है। इसके तहत् व्याख्याताओं ने फिल्म द्वारा इसके संरक्षण के उपायों व प्रयासों पर प्रकाश डाला।
प्राणीषास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. दाऊलाल बोहरा ने अपने उदबोधन में कहा कि पाॅलीथिन का उपयोग सबसे बड़ी समस्या है जिसके कारण यह भूमि की उर्वराशक्ति को समाप्त कर रही है तथा साथ ही भूगर्भिय जल भी दूषित हो रहा है इसे जलाने पर जलाने वाला धुआं ओजोन परत को भारी नुकसान पहुँचा रहा हैं जो कि ग्लोबल वार्मिंग का मुख्य कारण है। हम सभी को पाॅलीथिन को कम से कम उपयोग में लाने की सलाह दी व विद्यार्थियों को अपने स्तर पर भी प्रयास करने को कहा। पोदार काॅलेज डाॅ. सत्येन्द्र सिंह ने अपने उद्बोधन में ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से होने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए पृथ्वी पर वृक्षों की संख्या बढ़ाने, हरा-भरा बनाने, वाहनों का अनावश्यक प्रयोग रोकने व सप्ताह में किसी एक दिन को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए साइकिल का उपयोग अधिकाधिक करने को कहा जिससे ग्लोबल वार्मिंग को रोका जा सकेगा।
कार्यक्रम के अंत में पोदार टी.टी. काॅलेज प्राचार्या श्रीमती दुर्गा भोजक ने बच्चों व आगन्तुकों को अपने जन्म दिवस पर वृक्षारोपण कर उनकी देखभाल करने एवं पृथ्वी को हराभरा रखने की शपथ दिलाई।
पोदार ट्रस्ट के चैयरमैन कान्तिकुमार आर पोदार एवं ट्रस्टी सुश्री वेदिका पोदार की हमेशा से यही सोच रही है कि इस प्रकार के गतिविधियों से विद्यार्थियों व समाज को जागरूक करके पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर हम सभी अपने भविष्य को बचा सकते हैं।
प्राणीषास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. दाऊलाल बोहरा ने अपने उदबोधन में कहा कि पाॅलीथिन का उपयोग सबसे बड़ी समस्या है जिसके कारण यह भूमि की उर्वराशक्ति को समाप्त कर रही है तथा साथ ही भूगर्भिय जल भी दूषित हो रहा है इसे जलाने पर जलाने वाला धुआं ओजोन परत को भारी नुकसान पहुँचा रहा हैं जो कि ग्लोबल वार्मिंग का मुख्य कारण है। हम सभी को पाॅलीथिन को कम से कम उपयोग में लाने की सलाह दी व विद्यार्थियों को अपने स्तर पर भी प्रयास करने को कहा। पोदार काॅलेज डाॅ. सत्येन्द्र सिंह ने अपने उद्बोधन में ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से होने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए पृथ्वी पर वृक्षों की संख्या बढ़ाने, हरा-भरा बनाने, वाहनों का अनावश्यक प्रयोग रोकने व सप्ताह में किसी एक दिन को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए साइकिल का उपयोग अधिकाधिक करने को कहा जिससे ग्लोबल वार्मिंग को रोका जा सकेगा।
कार्यक्रम के अंत में पोदार टी.टी. काॅलेज प्राचार्या श्रीमती दुर्गा भोजक ने बच्चों व आगन्तुकों को अपने जन्म दिवस पर वृक्षारोपण कर उनकी देखभाल करने एवं पृथ्वी को हराभरा रखने की शपथ दिलाई।
पोदार ट्रस्ट के चैयरमैन कान्तिकुमार आर पोदार एवं ट्रस्टी सुश्री वेदिका पोदार की हमेशा से यही सोच रही है कि इस प्रकार के गतिविधियों से विद्यार्थियों व समाज को जागरूक करके पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर हम सभी अपने भविष्य को बचा सकते हैं।
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