खबर - मोहम्मद आरिफ चंदेल
इस्लामपुर. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों के प्रति लोगों की सोच दिनोंदिन बदलती जा रही है। इस अभियान से प्रेरित होकर लोग बेटियों को हर क्षेत्र में आगे लाने की सोच रहे हैं जिसके तहत कहीं बेटी की बिंदौरी निकाली जा रही है तो कहीं बेटी जन्म पर कुआं पूजन किया जा रहा है। कस्बे की गर्वा बस्ती में शुक्रवार को केशरदेव गर्वा के घर पौत्री जन्म पर उनकी पुत्रवधु ने कुआं पूजन किया और दशोठन कर पुत्र की तरह की सारे लाड़-चाव किए। बेटी की माता उषा देवी ने समाज की सभी महिलाओं को बेटा-बेटी में कोई भेद न करने का संदेश दिया। बेटी के पिता आनंद गर्वा ने बताया कि इससे पहले भी वो बेटी जन्म पर इस तरह के कार्यक्रम कर चुके हैं। इस अवसर पर बेटी के नाना कैलाशचंद सामरिया, संतोष, संदीप, मोहित, रमेश, अरविंद, अशोक, आनंद व नेतराम सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
इस्लामपुर. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों के प्रति लोगों की सोच दिनोंदिन बदलती जा रही है। इस अभियान से प्रेरित होकर लोग बेटियों को हर क्षेत्र में आगे लाने की सोच रहे हैं जिसके तहत कहीं बेटी की बिंदौरी निकाली जा रही है तो कहीं बेटी जन्म पर कुआं पूजन किया जा रहा है। कस्बे की गर्वा बस्ती में शुक्रवार को केशरदेव गर्वा के घर पौत्री जन्म पर उनकी पुत्रवधु ने कुआं पूजन किया और दशोठन कर पुत्र की तरह की सारे लाड़-चाव किए। बेटी की माता उषा देवी ने समाज की सभी महिलाओं को बेटा-बेटी में कोई भेद न करने का संदेश दिया। बेटी के पिता आनंद गर्वा ने बताया कि इससे पहले भी वो बेटी जन्म पर इस तरह के कार्यक्रम कर चुके हैं। इस अवसर पर बेटी के नाना कैलाशचंद सामरिया, संतोष, संदीप, मोहित, रमेश, अरविंद, अशोक, आनंद व नेतराम सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।