भरतपुर । भरतपुर जिले में बिना नम्बरी पॉवर मोटरसाईकिलों से हाईवे एवं अन्य लिंक सडकों पर वाहन चालकों को टारगेट कर कट्टे की नोंक पर या चाकू दिखाकर लूट करने वाले अंतर राज्य गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लूट के माल को बरामद किया है। आरोपियों ने आधा दर्जन से ज्यादा वारदात कबूल की है। आरोपियों के पास से एक अल्टो कार, एक बुलट मोटरसाईकिल बिना नम्बरी, एक मोटरसाईकिल पल्सर,एक देशी कट्टा 315 बोर, पांच जिन्दा कारतूस 315 बोरएएक चाकू,एक चैन व लूटी गई करीब 2 किलो 800 ग्राम चांदी बरामद हुई।
पुलिस अधीक्षक जिला भरतपुर अनिल कुमार टांक ने बताया कि 4 मई को परिवादी टीकेन्द्र पुत्र उमाशंकर वैष्णव निवासी गिरीश बिहार कॉलौनी काली बगीची भरतपुर ने थाना उद्योगनगर पर एक रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि प्रार्थी अपनी अल्टो कार से मथुरा से अपने घर भरतपुर आ रहा था, तो रास्ते में गांव सहनावली व रारह रेल्वे ओवर पुल के बीच सडक पर मोटरसाइकिल पर सवार तीन लडको ने कार को रूकवाकर उसकी जेब से एक मोबाईल फोन, 3 एटीएम कार्ड आधार कार्ड, ड्राईविंग लाइसेन्स, करीब 3500 रूपये नगदी और लगभग 80 हजार रूपये की 3 किलो चांदी के जेवर तथा कार को लूट कर ले गए।
जिसके बाद पुलिस ने सर्च अभियान चलाया तो पता चला कि मथुरा से भरतपुर की तरफ आने अपराधियों के आने की सूचना मिली। नाकाबंदी में एक अल्टो कार रंग बैंगनी बिना नम्बरी मथुरा की तरफ से आती हुई दिखाई दी जिसको टीम द्वारा रूकवाने का प्रयास किया तो कार को अपराधियों ने तेजी से आगे भगाने का प्रयास किया ,जिसमें बैठे अपराधियों को पकड लिया। जिसमे ंकुशलपाल उर्फ टीटू उर्फ कुशल पुत्र प्रवीण कुमार जाट 23 निवासी डहरा थाना कुम्हेर, चिराग उर्फ चीनू उर्फ राज पुत्र नगेन्द्र कुमार 21 निवासी पुराना लक्ष्मण मन्दिर के पास थाना अटलबंद, मोहित पुत्र नवीनकुमार सुनार 21 निवासी शराफा गली लक्ष्मण मन्दिर थाना अटलबन्द भरतपुर है।
किराए का कमरे से करते थे वारदात:
आरोपी कुशलपाल उर्फ टीटू उर्फ कुशल अपनी गैंग का मुख्य सरगना है। जो इस गैंग का संचालन करता है तथा अपने गांव में नही रहकर भरतपुर शहर में स्थान बदल.बदलकर किराये का कमरा लेकर रहता है। तथा कभी.कभी किराये का कमरा भी छोडकर अपने दोस्तों के साथ उनके कमरों पर पर रूक जाता है। जिससे वारदात करके अपनी पहचान छिपाकर रहा जा सके। बदमाश वाहन चालकों को टारगेट कर उनके पीछे एक्सीडेण्ट करके आने की घटना का बहाना करके जबरन रूकवाकर उनके वाहनों को कट्टे की नोंक पर लूट करता था।