खबर - मोहम्मद आरिफ चंदेल
इस्लामपुर. राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका चौधरी ने अपनी सेवाएं दी। पीएचसी पर 57 गर्भवती महिलाओं की जांच कर चिकित्सकों ने स्वस्थ रहने के गुर भी बताए। डॉ. चौधरी ने बताया कि गर्भावस्था और प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं की जोखिम को कम करने और बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर माह कि 9 तारीख को चिकित्सा संस्थान इस्लामपुर पर निशुल्क सेवाएं दे रही है। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ नरेंद्र सिंघोया ने बताया कि सरकार की ओर से प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के सुदृढीकरण के लिए गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि प्रसव से पूर्व ही उच्च जोखिम वाली महिलाओं को चिन्हित कर समय पर चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान की जा सके। इसके तहत प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत बुधवार को गर्भवती महिलाओं का चिकित्सा संस्थानों में पंजीकरण कर स्वास्थ्य जांच की गई। राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सकों ने प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच कर गर्भवती महिलाओं के खून की जांच, मूत्र की जांच, रक्तचाप, शुगर इत्यादि जांच की। डॉ. सिंगोया ने बताया कि अभियान के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की हिमोग्लोबिन की जांच भी की गई, जिनमें हिमोग्लोबिन कम पाया गया उनको आयरन सुक्रोज का इंजेक्शन लगाया गया। इसके अलावा एच.आई.वी., सिफलिस, बी.पी., तापमान की जांच, ह्रदय स्पंदन की जांच सहित जटिलता की जांच की गई और आई.एफ.ए., कैल्शियम और अन्य आवश्यक दवाइयां दी गई।
इस्लामपुर. राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका चौधरी ने अपनी सेवाएं दी। पीएचसी पर 57 गर्भवती महिलाओं की जांच कर चिकित्सकों ने स्वस्थ रहने के गुर भी बताए। डॉ. चौधरी ने बताया कि गर्भावस्था और प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं की जोखिम को कम करने और बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर माह कि 9 तारीख को चिकित्सा संस्थान इस्लामपुर पर निशुल्क सेवाएं दे रही है। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ नरेंद्र सिंघोया ने बताया कि सरकार की ओर से प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के सुदृढीकरण के लिए गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि प्रसव से पूर्व ही उच्च जोखिम वाली महिलाओं को चिन्हित कर समय पर चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान की जा सके। इसके तहत प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत बुधवार को गर्भवती महिलाओं का चिकित्सा संस्थानों में पंजीकरण कर स्वास्थ्य जांच की गई। राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सकों ने प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच कर गर्भवती महिलाओं के खून की जांच, मूत्र की जांच, रक्तचाप, शुगर इत्यादि जांच की। डॉ. सिंगोया ने बताया कि अभियान के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की हिमोग्लोबिन की जांच भी की गई, जिनमें हिमोग्लोबिन कम पाया गया उनको आयरन सुक्रोज का इंजेक्शन लगाया गया। इसके अलावा एच.आई.वी., सिफलिस, बी.पी., तापमान की जांच, ह्रदय स्पंदन की जांच सहित जटिलता की जांच की गई और आई.एफ.ए., कैल्शियम और अन्य आवश्यक दवाइयां दी गई।