खबर - जयंत खांखरा
खेतडी उपखण्ड के रंवा गांव के रामजीलाल गुर्जर के लिए तो शायद राम और राज दोनों ही रूठे हुए है। साठ साल के रामजीलाल मजदूरी करके व दूध बेचकर अपना पेट पाल रहा था लेकिन 2 मई को वह मनहूस दिन आया जब तेज अंधड़ से निर्माणाधीन मकान गिर गया और जिसमें महावीर मेघवाल की मौत हो गई व रामजीलाल गंभीर घायल हुआ था। जिसका करीब 15 दिन निजी अस्पताल में इलाज भी चला। तब राजस्थान सरकार के मंत्री राजकुमार रिणवा, सांसद संतोष अहलावत विधायक पूरणमल सैनी घटना के 2 दिन बाद ही अस्पताल में पहुंचकर बड़ी बड़ी सहायता की घोषणा की थी। लेकिन वह सब थोथी साबित हुई। रामजीलाल की पत्नी ने ब्याज पर लेकर एक लाख रूपये इलाज पर लगा दिए। ईलाज में हाथ व पैर के दो ऑपरेशन हुए। लेकिन अब घर पर चारपाई पर इलाज के अभाव में पङा हुआ है पैरों में मवाद पड़ चुकी है अगर तुरंत इलाज नहीं मिला तो पैर काटने की नौबत भी आ सकती है। सरकारी सिस्टम की लापरवाही कहे या फिर रामजी लाल को सिस्टम की जानकारी नहीं होना भारी पड़ रहा है। रामजीलाल को न तो सरकारी सहायता मिली है और इसके पास जमीन का एक इंच टुकड़ा भी नहीं है जिसको गिरवी रखकर इलाज करवा सके। वृद्ध पत्नी मुन्नी चारपाई पर पड़े पति रामजी लाल की सेवा तो कर सकती है लेकिन रुपए व गहने भी उसके पास नहीं है जिससे वह इलाज करा सके। अब सिर्फ दरवाजे पर सहायता की टकटकी लगाए देखती है कि कोई मसीहा बनकर आए और बिमार रामजीलाल का इलाज करवा सकें।
समाज के ठेकेदारों ने भी नहीं दी सहायता
समाज में एकता की बात करने वाले व चुनाव में वोट मांगने वाले स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी रामजीलाल को सहायता देना तो दूर की बात आकर सांत्वना भी नहीं दी। खेतङी में भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियां गुर्जर समाज को ही टिकट देती है। डॉ जितेंद्र सिंह बड़े मंत्री पद पर भी रह चुके है। वहीं भाजपा के दाताराम गुर्जर पूर्व विधायक रह चुके है। धर्मपाल भी चुनाव लड़ चुके हैं और तीनों ही अब भी चुनाव लड़ने के प्रयास में है। तथा प्रधान भी मनीषा गुर्जर ही है फिर भी रामजी लाल गुर्जर इलाज के अभाव में चारपाई पर निढाल पड़ा हुआ है पैर काटने की नौबत आ रही है अगर यह समाज के ठेकेदार व जनप्रतिनिधि सहायता करें तो इनका इलाज आसानी से हो सकता है। अगर रामजीलाल का इलाज के अभाव में पैर कटता है तो फिर इन समाज के ठेकेदारों पर एक बड़ा कलंक होगा।
घायल के पास फोटो खिंचवाकर सुर्खियां बटोरने वाले नदारद
रंवा में तेज अंधङ की वजह से घायल हुए रामजीलाल के पास स्थानीय जनप्रतिनिधियों में फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने की होड़ मच गई थी। क्या छोटा क्या बड़ा सभी फोटो खिंचवाकर घायल की कुशल-क्षेम जानने के लिए पहुंचे। घायल रामजीलाल को फोटो खिंचवाकर अति संभव मदद का आश्वासन भी दिया था। और अपनी फोटो Facebook तथा WhatsApp पर अपलोड भी की थी ।लेकिन अब रामजीलाल की हालत गंभीर होने पर कोई भी पास नहीं आ रहा है सभी फोटो खिंचाने वाले जनप्रतिनिधि नदारत है।
वहीं इस पूरे मामले में उपखंड अधिकारी संजय कुमार वासु ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि घायल का नामांकन भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में नहीं है अब तुरंत इसको ऑनलाइन करके घायल को जो भी यथासंभव सरकार की तरफ से मदद होगी दी जाएगी और भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ अब घायल रामजीलाल को मिलने लगेगा।