बीकानेर (जयनारायण बिस्सा)। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को नई तकनीक एवं विधा से शिक्षण कार्य करवाने के लिए प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाने वाले शिक्षकों को पांच चरण में प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य के एक लाख 34 हजार 646 शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन शिक्षक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरे राज्य में 21 मई से 16 जून तक पांच चरणों में होगा। हर चरण छह दिवस का होगा। इसमें हिंदी,पर्यावरण,अंग्रेजी और गणित के नावाचार से शिक्षकों को अवगत करवाया जाएगा। यदि किसी शिक्षक या संस्था प्रधान को कार्य मुक्त करने के बाद प्रशिक्षण से पूर्व या प्रशिक्षण के दौरान वह मेडिकल प्रमाण-पत्र देता है तो उस स्थिति में सीएमएचओ की अध्यक्षता में गठित मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा पर चिकित्सकीय अवकाश स्वीकृत किया जाएगा।
बिना सूचना प्रशिक्षण से अनुपस्थित कार्मिक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने प्रथम चरण का शिविर 14 से 19 मई में बदलाव करते हुए अब 21 से 26 मई कर दिया है।
आवासीय होंगे प्रशिक्षण
प्रशिक्षण में सभी संभागियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक होगी तथा प्रशिक्षण आवासीय होंगे। प्रशिक्षणार्थियों को दोनों समय का भोजन,तीन समय चाय व सुबह का नाश्ता दिया जाएगा।
अनुपस्थित रहने पर नहीं मिलेगा वेतन
अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण अवधि का वेतन नहीं मिलेगा। यहीं नहीं जब तक प्रकरण का निस्तारण नहीं होगा तब तक आगामी वेतन वृद्धि नहीं मिलेगी। पहले से ही अवकाश पर चल रहे शिक्षक किसी अन्य चरण में प्रशिक्षण ले सकेंगे।
यूं दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रत्येक चरण छह दिवस का होगा।
हर चरण में हिंदी के साथ पर्यावरण व अंग्रेजी के साथ गणित विषय के प्रशिक्षण तीन-तीन दिन जाएंगे। प्रथम चरण 21 से26 मई तक, द्वितीय चरण 21 मई से 26 मई तक, तृतीय चरण 28 मई से दो जून,चतुर्थ चरण चार जून से नौ जून और पंचम चरण 11 जून से 16 जून तक चलेगा।
अध्यापिकाओं को मिलेगी छूट
राजस्थान प्रांरभ्कि शिक्षा परिषद के आयुक्त के अनुसार शिविरों में गर्भवती अध्यापिकाओं, ऐसी शिक्षिकाएं जिनके बच्चे दस माह के होंगे और ऐसे शिक्षक जिनकी सेवानिवृत्ति में एक साल बचा हो उन्हें प्रशिक्षण से छूट दी गई है।
प्रशिक्षण शिविरों में बदलाव
सर्व शिक्षा अभियान की ओर से होने वाले कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने वाले शिक्षकों के प्रशिक्षण शिविरों के कार्यक्रम में बदलाव हुआ है। पहला चरण अब 21 से 26 मई तक चलेगा। इसके बाद की तिथियों मे कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे पहले पहला चरण 14 से 19 मई तक चलने की घोषणा की गई थी। बदलाव इसलिए किया गया है कि जितने शिक्षकों को प्रशिक्षण देना है उतने शिक्षकों को हम 5 की बजाय 4 चरणों में भी दे सकते हैं।