खबर - जयंत खांखरा
रविवार को होगा अंतिम संस्कार
खेतड़ी -हिंदू धर्म में माना गया है निर्जला एकादशी को स्वाभाविक मौत आना सीधा स्वर्ग में जाना हैं और जब 109 वर्ष के वृद्ध की मौत निर्जला एकादशी को हो तो यह एक पवित्र मौत मानी गई है गाडराटा की टोडी की ढाणी निवासी जोधाराम ने 109 साल की उम्र पाने के बाद शनिवार को अंतिम सांस ली मृतक जोधाराम के पौत्र दुलाराम सैनी ने बताया जोधाराम सैनी ने अपनी जिंदगी में कभी किसी डॉक्टर के पास नही गए और ना ही किसी प्रकार की दवाई ली दांत व आंख दोनों एकदम स्वस्थ थे 3 दिन पहले भी आराम से खाना खा रहे थे सिर्फ 2 दिन पहले कुछ तबीयत खराब हुई और शनिवार को अंतिम सांस ली वह हमेशा पैदल चलने में ज्यादा विश्वास रखते थे 2 साल पहले भी अपने ससुराल कांकरिया तक पैदल गए थे उन्होंने अपने पोतो का रिश्ता भी पैदल जाकर ही किया था वे अपने पीछे बेटा बेटियो पोते पोतियो व पङपौत्रो सहीत 66 लोगों का परिवार पीछे छोड़ कर गए हैं उनके परिवार में से एक बेटे व एक पोते की मौत हुई है विडंबना देखिए बेटे की मौत भी पिछले साल 23 जून को हुई और बाप की भी 23 जून को ही हुई है मरने से पहले उन्होंने परिवार में पांच पीडिया देख कर गए हैं उनकी पत्नी सोनी देवी का निधन 50 वर्ष पहले ही हो चुका बाहर रहने वाले परिवार के सभी लोगों के आने के बाद रविवार को सुबह 9:00 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा
अंग्रेजों के समय थे नंबरदार
जोधाराम अंग्रेजों के राज मे गांव में नंबरदार कहलाते थे गांव में कोई भी विवाद होता तो सबसे पहले जोधाराम को ही बुलाते और इनका फैसला अंतिम होता था शादी विवाह व अन्य समारोह में भी गांव व आसपास के इलाकों में इनको विशेष रुप से बुलाया जाता था