खबर - पवन शर्मा
सूरजगढ़ - 1975 में इमरजेंसी काल में जेलों में बंद रहे मीसा बंदियों का भाजपा नगर मण्डल सूरजगढ़ की और से सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में सम्मान किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में प्रधान शुभाष पूनिया ,भाजपा नेता सुरेंद्र अहलावत ,विधानसभा विस्तारक कृष्ण भाकर और कृष्ण यादव मौजूद थे। कार्यकम की अध्यक्षता मीसा बंदी ओमप्रकाश शर्मा ने की। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 25 जून 1975 की रात्री को कांग्रेस ने सत्ता सुख और अपने राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति के लिये देश के लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। उस दौरान उसमे हज़ारो - लाखों लोगों को बिना वजह कालकोठरी में डाल दिया गया। 21 महीनों तक देश के लिए आवाज़ उठाने वालों लोगों ने अनेकों कष्ठ और यातनायें सही है। सूरजगढ़ से भी इमरजेंसी के दौरान ओमप्रकाश शर्मा, सज्जन अग्रवाल,गोपीराम कनोडिया,रमेश मित्तल,सुभाष खेतान, आत्माराम डालमिया ने जेल में कॉंग्रेसियो द्वारा दी गई यातनाओ की सहा। कार्यक्रम के दौरान मीसा बंदियों व उनके परिजनों का शाल ओढ़ाकर व श्रीफ़ल भेटकर सम्मनित किया गया। इस मोके पर पार्षद राकेश नांदवाला ,पार्षद रुकमानंद सैनी ,नगर मण्डल अध्यक्ष सुरेन्द्र चौहान, महामन्त्री संतोष कुमावत, युवामोर्चा अध्यक्ष संदीप शर्मा,ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष उमेद कुमावत,किसान मोर्चा अध्यक्ष सत्यवीर सिंह,पूर्व चेयरमैन नरेश वर्मा, सहवर्त सदस्य राजेन्द्र शर्मा, अनुज कनोडिया, विनोद खेतान ,सजन जांगिड़, बूथ अध्यक्ष अर्जुन सैनी, प्रहलाद सैन, धर्मवीर,नरेश भार्गव,शंकरलाल जांगिड़, महेश सैनी, पिंकम गहलोत,मनोज शर्मा, संजय कनोडिया सहित अन्य लोग मौजूद थे।