खबर - प्रशांत गौड़
जयपुर। जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय का फोटोयुक्त लोगो अब सरकारी पत्रों से गायब हो जाएगा। गहलोत सरकार ने अब सरकारी लेटर पैड और सरकारी परिपत्रों पर केवल अशोक स्तंभ ही रखेंगे। इस संबंध में बुधवार को आदेश जारी कर दिया गया है। इसके बाद अब सरकारी परिपत्रों पर केवल अशोक स्तंभ ही दिखाई देगा।
वसुंधरा सरकार ने 11 दिसंबर 2017 को एक आदेश जारी कर सभी आदेशों पर पं. दीनदयाल उपाध्याय का लोगो लगाना अनिवार्य किया था इसका विरोध भी कांग्रेस ने तब जमकर किया था। कांग्रेस ने सरकारी कार्यों में उनकी फॉटो गलत बताते हुए इसको अशोक स्तंभ के साथ खिलवाड़ भी बताया था। तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि बीजेपी संघ का एजेण्डा लागू करना चाहती है। सभी सरकारी लेटर पैड और परिपत्रों पर दीनदयाल उपाध्याय का फोटोयुक्त लोगो छापना अनिवार्य किया था, लेकिन सरकार बदलने के साथ ही यह आदेश अब निरस्त किया जा रहा है। वहीं अब सरकारी कर्मचारियों को पं. दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी को पढ़ान अनिवार्य नहीं रह जाएगा।
क्या प्रभाव पड़ेगा
लोकसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में सरकार यह मैसेज देना चाहती है कि वह पूर्व सरकार के उन निर्णयों को पलट रही है जिनका उद्देश्य उनका व्यक्तिगत एजेंडा लागू करना रहा।