खबर - प्रशांत गौड़
-इस बार आत्मविश्वास से लबरेज दिखे राहुल
जयपुर। जयपुर में राहुल की किसान रैली ने कांग्रेसियों में नई उर्जा का संचार कर दिया है। इस रैली के बाद अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पास ग्रामीण इलाकों में जाने का एक खास मकसद दिख रहा है। राहुल गांधी ने राजस्थान की फसलों को विदेशी की थाली में पहचान दिलाने की बात क्या कहीं कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव जीतने का एक बड़ा रास्ता दिख गया।
अभी तक स्वर्ण आरक्षण के कार्ड से बेदम हुई कांग्रेस के पास अब किसान कार्ड लोकसभा चुनाव में अपनी बात रखने का बड़ा माध्यम है। कांग्रेस लोकसभा चुनाव में किसानों को यह बताते में सफल रहती है कि उन्होंने प्रदेश में सरकार बनने पर कर्जा माफी 10 दिन के भीतर किया और केन्द्र में सरकार आने पर राजस्थान में किसानों के लिए एक ऐसा मॉडल सामने आएगा जिसमें हर किसान के अच्छे दिन होंगे तो इसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जिस आत्मविश्वास से लबरेज दिखे वो विपक्ष के लिए एक चिंता का विषय है। ऐसे में कांग्रेस के किसान कार्ड से लडऩे के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी आने वाले दिनों में कोई बड़ी रणनीति सामने ला सकती है हालांकि राहुल की रैली से कांग्रेस में अब कार्यकर्ता उत्साहित है। उनका कार्यकर्ताओं के लिए दिए गए बयान के बाद उनको अपनी समस्या के समाधान के लिए शीर्ष नेतृत्व तक अपनी बात रखने का सीधा मंच मिल गया है।
मंत्रियों की परफोंस होगी तय
इस लोकसभा चुनाव में मंत्रीपरिषद के मंत्रियों की परफोरमेंस तय हो जाएगी। अभी जो केबिनेट के अलावा राज्यमंत्री बनाए उनके काम की भी परीक्षा होनी है। प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे का इस संब ंध में आए बयान के बाद मंत्रियों में चर्चा है। मंत्री यह समझ नहीं पा रहे है कि उनके पास अभी कमान तीन माह की है या उनको लंबी पारी खेलने के लिए जिम्मेदारी दी गई है हालांकि प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के बयान के बाद इन मंत्रियों ने अपने क्षेत्र में आने वाली लोकसभा क्षेत्र पर पूरा फोकस कर दिया है।