नवलगढ़:- दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्थाओं द्वारा ‘‘जल संरक्षण व वृक्षारोपण’’ विषय पर एम.के. पब्लिक मा. वि., बड़वासी में निदेशक शिवनारायण सेवदा के मुख्य आतिथ्य में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। पोदार ट्रस्ट की स्थापना से लेकर वर्तमान चेयरमैन कांतिकुमार आर. पोदार व ट्रस्टी सुश्री वेदिका पोदार द्वारा शिक्षा के साथ-साथ चलाये जा रहे सामाजिक कार्यों जैसे - ‘‘वृक्ष लगाओ - भविष्य बचाओ’’, ‘‘स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत’’, ‘‘पढ़े भारत-बढ़े भारत’’, ‘‘स्वस्थ तन-स्वस्थ मन’’, ‘‘बेटी बचाओ देष बढ़ाओं’’ के बारे में बोलते हुए स्कूल निदेशक शिवनारायण सेवदा ने सराहना की और ‘‘जल संरक्षण व वृक्षारोपण’’ की कार्यषाला को समाज व देष के लिए आवश्यक तथा भविष्य के प्रति क्रांतिकारी कदम बताया।
पोदार ट्रस्ट द्वारा चलायी जा रही सामाजिक सरोकारों से जुड़ी मुहिम का हमारा सहयोग सदैव मिलता रहेगा। कार्यशाला में पोदार काॅलेज, पोदार बी.एड. काॅलेज, पोदार जी.पी.एस, पोदार एस.के.पी. टाइनी टोडलर, पोदार हिन्दी माध्यम, पोदार प्राथमिक विद्यालय, पोदार आई.टी.आई. के प्राचार्य एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया और जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण के प्रति विद्यार्थियों एवं उपस्थित लोगों को प्रेरित किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए काॅलेज प्राचार्य डाॅ. सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि जल संरक्षण व वृक्षारोपण एक दूसरे के पूरक है। वृक्षारोपण से भूमि का कटाव रूकता है और वृक्ष अधिक वर्षा के लिए आवष्यक उपादान है। कार्यशाला में बोलते हुए पोदार प्राईमरी स्कूल प्रधानाध्यापक रणजीत सिंह शेखावत ने कहा कि जल के दुरूपयोग को रोककर, कुएं, बावड़ी, तालाब का पुनरूद्धार कर, भूमिगत जल के अत्यन्त दोहन को सीमित कर छतों के पानी को सोखते कुएं बनाकर संरक्षित किया जा सकता है। कार्यषाला में पोदार टायनी टोडलर स्कूल प्राचार्या प्रेमलता एवं पोदार बीएड काॅलेज प्राचार्या डाॅ दुर्गा भोजक ने कहा कि जल संरक्षण व वृक्षारोपण हमारे भविष्य के लिए बहुत उपयोगी एवं हमें जल संरक्षण की विधियों को अपनाकर इसमें अपना योगदान देना चाहिए। संस्थाओं के विद्यार्थियों ने भी जल संरक्षण से जुड़ी विधियों के बारे में स्कूल विद्यार्थियों व उपस्थित लोगों को अवगत कराया। सभी विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों ने विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण करके पर्यावरण सरंक्षण का सन्देश दिया।
पोदार ट्रस्ट के चेयरमैन कांतिकुमार आर. पोदार व ट्रस्टी सुश्री वेदिका पोदार का मानना है कि राजस्थान में अपेक्षाकृत कम वर्षा व कम वन है। अतएवं यहाँ जल संरक्षण व वृक्षारोपण का अधिक महत्व है। जल और वृक्ष प्रकृति प्रदत्त अमूल्य उपहार है। अतः हमें इनका उचित संरक्षण कर भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करते रहना चाहिए।
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