नवलगढ़ - कॉलेज की परीक्षाएं चल रही है। जहाँ परीक्षा का सेंटर भी कॉलेज से दूर , बच्चे परीक्षा देने भी जा रहे है। वहीँ दूसरी तरफ नवलगढ़ की एक कॉलेज ने 16 बच्चों को नक़ल के मामले में बाहर ही निकल दिया। बच्चे थे पोदार कॉलेज के। समय से पूर्व बाहर जब निकाला तो बच्चों का प्रदर्शन स्वाभाविक था पुलिस भी पहुंची बच्चों को समझाया भी लेकिन नियम का कही भी पालन नहीं किया. अगर बच्चे नक़ल करते पाए जाते है तो उन पर मामला भी बनता है। और उन्हें नई कॉपी दी जाती है .और उनकी परीक्षा करवाई जाती है। और जिस कॉलेज में यह हुआ है वो है एसएन महिला कालेज
16 मार्च को पोदार कॉलेज के छात्र और छात्राएं Bsc थर्ड भौतिक विज्ञानं पेपर सेकेण्ड व् बॉटनी पेपर सेकेंड का एग्जाम देने गए थे. कई कमरों में छात्र और छात्राये थी और परीक्षा चलनी थी 10 बजे तक छात्रों का आरोप है की हमको साढ़े 8 बजे के आसपास बिना किसी कारन के सेंटर से बहार निकाल दिया गया। सेंटर प्रबंधन ने आरोप लगाया की बच्चे हाथ पर लिख कर लाये थे।
ये है नियम
अगर हम नियम की बात करें तो जब कोई छात्र या छात्रा नकल करता या करती पकड़ी जाये तो नक़ल की सामग्री जब्त की जाती है यदि परीक्षार्थी के पद कोई अनुचित सामग्री मिले या शरीर पर कुछ लिखा हो तो उसकी वीडियो बनाई जाती है या फोटो खींची जाती है ।एक पेपर होता है जो भराया जाता है चार पेज के फार्मपर स्टूडेंट्स व फ्लाइंग टीम के हस्ताक्षर होते हैं। पुरानी कॉपी जब्त कर नई कॉपी दे दी जाती है और नकल का मामला बनाकर यूनिवर्सिटी भेज दिया जाता है और दूसरी कॉपी छात्र को देकर परीक्षा
ली जाती है।
दोनों कॉलेज के प्रिंसिपल ने क्या कहा
हमें बच्चो की शिकायत प्राप्त हुई है इसकी शिकायत हमने शेखावाटी विवि के परीक्षा नियंत्रक से की है। छात्रों का भविष्य देखते हुए उचित कार्रवाई की जाए।
-डाॅ. सत्येंद्रसिंह, प्राचार्य
पोद्दार कॉलेज
एसएन कॉलेज के प्राचार्य का कहना है की बच्चे नक़ल करने का प्रयास कर रहे थे जब रोका तो हंगामा करने को उतारू हो गए थे हमारे सीसी टीवी में जो रिकॉर्डिंग है वो हम यूनिवर्सिटी को भेज देंगे
^- डॉ. विकास, प्राचार्य,
एसएन कॉलेज
16 मार्च को पोदार कॉलेज के छात्र और छात्राएं Bsc थर्ड भौतिक विज्ञानं पेपर सेकेण्ड व् बॉटनी पेपर सेकेंड का एग्जाम देने गए थे. कई कमरों में छात्र और छात्राये थी और परीक्षा चलनी थी 10 बजे तक छात्रों का आरोप है की हमको साढ़े 8 बजे के आसपास बिना किसी कारन के सेंटर से बहार निकाल दिया गया। सेंटर प्रबंधन ने आरोप लगाया की बच्चे हाथ पर लिख कर लाये थे।
ये है नियम
अगर हम नियम की बात करें तो जब कोई छात्र या छात्रा नकल करता या करती पकड़ी जाये तो नक़ल की सामग्री जब्त की जाती है यदि परीक्षार्थी के पद कोई अनुचित सामग्री मिले या शरीर पर कुछ लिखा हो तो उसकी वीडियो बनाई जाती है या फोटो खींची जाती है ।एक पेपर होता है जो भराया जाता है चार पेज के फार्मपर स्टूडेंट्स व फ्लाइंग टीम के हस्ताक्षर होते हैं। पुरानी कॉपी जब्त कर नई कॉपी दे दी जाती है और नकल का मामला बनाकर यूनिवर्सिटी भेज दिया जाता है और दूसरी कॉपी छात्र को देकर परीक्षा
ली जाती है।
दोनों कॉलेज के प्रिंसिपल ने क्या कहा
हमें बच्चो की शिकायत प्राप्त हुई है इसकी शिकायत हमने शेखावाटी विवि के परीक्षा नियंत्रक से की है। छात्रों का भविष्य देखते हुए उचित कार्रवाई की जाए।
-डाॅ. सत्येंद्रसिंह, प्राचार्य
पोद्दार कॉलेज
एसएन कॉलेज के प्राचार्य का कहना है की बच्चे नक़ल करने का प्रयास कर रहे थे जब रोका तो हंगामा करने को उतारू हो गए थे हमारे सीसी टीवी में जो रिकॉर्डिंग है वो हम यूनिवर्सिटी को भेज देंगे
^- डॉ. विकास, प्राचार्य,
एसएन कॉलेज
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