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भाई से फोन पर कहा मेरी ट्रेनिंग पूरी हो गई है जल्द आऊंगा छुट्टी, उसी शाम रणजीत देश के लिए कर गया प्राण निछावर

खबर - जयंत खांखरा 
खेतड़ी -क्षेत्र के लाडले श्योराम गुर्जर की पुलवामा में शहीद होने की शहादत का गम लोग ठीक तरह से भूल भी नहीं पाए कि करीब डेढ़ माह के अंदर ही खेतड़ी के एक और लाडले ने देश के सबसे ज्यादा सैनिक देने वाले जिले और देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शेखावाटी के रणबांकुरे की लिस्ट में अपना नाम लिखवा दिया। शहीद  रणजीत सिंह जिसकी मूल पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के उड़ी में थी रणजीत की ड्यूटी  महीने पहले मध्य प्रदेश के मऊ में युद्धाभ्यास के लिए लगाई थी शहीद 2 मार्च को करीब एक माह की छुट्टी काटकर ट्रेनिंग में गया था कल ही रंणजीत की ट्रेनिंग पूरी हुई थी सुबह उसने भाई वीरेंद्र और पत्नी मीना से फोन पर बात की थी कि मेरी ट्रेनिंग पूरी हो गई है एक-दो दिनों में मैं छुट्टी आ रहा हूं लेकिन रंजीत को यह नहीं पता था कि शाम को ही युद्ध अभ्यास के दौरान मोटार फटने से हादसा हो जाएगा और वह कभी घर नहीं लौटेगा। यह बात जब रात होते होते खेतड़ी क्षेत्र के रवां गांव पहुंची तो पूरे गांव में सन्नाटा फैल गया सुबह से ही शहीद के सम्मान में लोग इकट्ठा होने शुरू हो गए दोपहर करीब 4:00 बजे शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा और शाम करीब 6:00 बजे शहीद के बेटे साहिल ने पिता को मुखाग्नि दी। शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पूर्व ऊर्जा मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि अभी मेरी उच्चाधिकारियों से बात हुई है रंणजीत सिंह ने देश के लिए शहादत दी है उस को शहीद का दर्जा मिलेगा थोड़ा समय जरूर लगेगा, शहीद का सम्मान मिलेगा और पूरा पैकेज भी सरकार द्वारा मिलेगा।जयपुर  महार से आई  सेना की टुकड़ी और पुलिस के जवानों ने ब्लैक राउंड फायर कर गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी सुनील दत्त ने बताया कि जवान युद्ध अभ्यास  के लिए मऊ के इनफेन्ट्री स्कूल मे स्वपन ट्रेनिंग कर रहा था मोटार फटने से सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गया जो भी सेना के द्वारा राजकीय सम्मान होगा वह दिया जाएगा । पूर्व ऊर्जा मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ,एसपी गौरव यादव, उपखंड अधिकारी इंद्राज सिंह, थाना अधिकारी शीशराम गुर्जर, पूर्व विधायक हजारी लाल गुर्जर, पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर, भाजपा जिला अध्यक्ष पवन माऊंडिया, प्रधान मनीषा गुर्जर धर्मपाल गुर्जर, रवां सरपंच प्रतिनिधि  एडवोकेट शिव कुमार जेवरिया ,भाजपा विधायक सुभाष पूनिया, डॉ प्रवीण, अमर सिंह नेहरा, गोकुल चंद सैनी, प्रभु राजोता ,बाबूलाल गुर्जर, पंचायत समिति सदस्य राजेंद्र गुर्जर, पटवारी सुमेर सिंह, चुन्नीलाल चनेजा, धर्मा पहलवान सहित कई अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने शहीद को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी ।
मासूम बेटे साहिल ने शहीद को  दी मुखाग्नि

शहीद रणजीत के एक 4 वर्ष का पुत्र है जिसका नाम साहिल है साहिल एक निजी स्कूल में नर्सरी कक्षा में पढ़ता है जैसे ही घर में खबर पहुंची तो घर में शोक की लहर दौड़ गई और आने जाने वालों का सिलसिला लग गया घर में मचे कोहराम को देखकर मासूम साहिल सहम गया  और इधर उधर महिलाओं और पुरुषों की गोदी में बैठकर आने जाने वालों को देखता रहा सेना के अधिकारी ने जब साहिल के हाथ में तिरंगा दिया तो हंसकर उसे माथे से लगा लिया और लोगों ने साहिल से शहीद को मुखाग्नि दिला दी।
रंजीत 2010 में हुआ था सेना में भर्ती और 14 में हुई थी शादी
शहीद रंणजीत सिंह 2010 में सेना में भर्ती हुए थे छोटे भाई वीरेंद्र के साथ बलोदा निवासी महेंद्र सिंह की दो पुत्रियों मीना और रीना से दोनों भाइयों का विवाह 2014 में हुआ था वीरांगना मीना देवी बीएसटीसी की पढ़ाई कर रही है  एक पुत्र साहिल है जो नर्सरी कक्षा में एक निजी स्कूल में पढ़ता है वीरांगना के 2 माह की प्रेगनेंसी भी बताई जा रही है। घर में माता फूली  देवी और पिता सुमेर सिंह है जो सेना में सूबेदार के पद पर रह चुके हैं।