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सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर।

खबर - प्रदीप कुमार सैनी 
शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की दी चेतावनी।
दांतारामगढ़। दांतारामगढ़-खूड़ सड़क के नवीनीकरण की मांग को लेकर शनिवार को घाटवा के रामलीला मैदान में सांस्कृतिक जागरण मंच पर दांतारामगढ़-खूड़ सड़क निर्माण संघर्ष समिति द्वारा अनिश्चितकालीन धरना आरंभ किया गया। जानकारी अनुसार राजमार्ग संख्या 8ए का दर्जा प्राप्त यह सड़क वर्तमान में राज्य में सबसे अधिक क्षतिग्रस्त सड़क हो रखी हैं। ग्रामीणों ने बताया कि घाटवा से हुडील तक सड़क निर्माण आरंभ हो गया था लेकिन अकारण निर्माण कार्य बंद कर दिया गया। जगह-जगह एक तरफ की सीसी रोड़ भी बनवा दी गई। कई जगह सड़क को खोद दिया गया। इससे समस्या विकट हो गई। सारे दिन वाहन चलने पर सड़क से धूल के गुबार उड़ते हैं जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। सड़क के जगह-जगह टूटने की वजह से यहां पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है और यहां से गुजरने वाले सारे वाहनों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। इसके साथ ही यहां से मरीज को ले जाने के लिए कई बार सोचना पड़ता है, वाहनों के कारण धूल के गुबार उठने के कारण लोगों में श्वास और दमा की बीमारियां होने का खतरा मंडरा रहा हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर उन्होंने कई बार प्रशासन को ज्ञापन प्रेषित किए, राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही हेल्पलाइन नंबर 181 पर भी सैकड़ों बार शिकायत की गई लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। मजबूरन लोगों को सड़क निर्माण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठना पड़ा। उन्होंने बताया कि अगर सरकार द्वारा शीघ्र ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो यह आंदोलन और उग्र किया जाएगा जगह-जगह चक्का जाम करेंगे और आंदोलन में महिलाएं अपनी भूमिका निभाने को मजबूर हो जाएगी।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले सड़क की हालत को ख़बर प्रकाशित की जा चुकी है इसके बावजूद प्रशासन ने समस्या को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
धरने के दौरान एडवोकेट रमेश पारीक, सुरेंद्र सिंह शेखावत, दिनेश चौमाल, सरपंच हनुमान सिंह, प्रवीण शेखावत, महेंद्र शेखावत, रवि पायलेट, महेश सैनी, कैलाश शर्मा निवासीगण घाटवा, प्रवीण शर्मा दांता, दिनेश चौधरी लालास, सरजीत सिंह खोरंडी व किशोर कुमावत सहित दर्जनों की संख्या में आसपास के कई गांवों के लोग धरने पर बैठे थे।