खबर - पवन शर्मा
सूरजगढ़। नगरपालिका में एक बार फिर भाजपा ने गत इतिहासों को दोहराते हुए अध्यक्ष पद पर अपना दबदबा बरकरार रखा है। इस बार भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता सेवाराम गुप्ता की पत्नी पुष्पा देवी गुप्ता ने अध्यक्ष पद पर भारी मतों से जीत हासिल करते हुए कुर्सी पर कब्ज़ा जमाया है। नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने पुष्पा देवी गुप्ता को,कांग्रेस ने कृष्णा कँवर को मैदान में उतारा था वही आशा सैनी निर्दलिय के रूप में चुनाव मैदान में थी। निर्वाचक अधिकारी अभिलाषा सिंह की देखरेख में नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए नगरपालिका परिसर में सुबह दस बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई। इस चुनावों में किंग मेकर बनकर उभरी जिले की पूर्व सांसद संतोष अहलावत व विधायक शुभाष पूनिया के नेतृत्व भाजपा प्रत्याशी पुष्पा देवी गुप्ता के समर्थक पार्षद एक मिनी बस में सवार होकर नगरपालिका चौक पहुंचे और मतदान किया। वही कांग्रेस प्रत्याशी कृष्णा कँवर भी अपने समर्थक पार्षदों के साथ नगरपालिका में पहुंची और मताधिकार का प्रयोग किया। नगरपालिका के 25 वार्ड पार्षदों के मतदान समाप्ती के तुरंत बाद ही निर्वाचन अधिकारी अभिलाषा सिंह ने सील मतपेटी को खुलवा तीनो प्रत्याशियों के सामने मतों की गणना कराई जिसमे भाजपा की पुष्पा देवी गुप्ता को 17 मत कांग्रेस की कृष्णा कँवर को 7 मत तो निर्दलिय प्रत्याशी आशा सैनी एक मत प्राप्त हुआ इस प्रकार भाजपा की पुष्पा देवी दस वोटो से जीतकर अध्यक्ष बनी। निर्वाचक अधिकारी अभिलाषा सिंह ने निर्वाचित हुई अध्यक्ष पुष्पा देवी गुप्ता को पद व गोपनियता की शपथ दिलाई।
भाजपाईयों की एकता से मिली जीत
नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के दिग्गज नेताओ की एकता के कारण ही नगरपालिका में भाजपा अपना दबदबा बरकरार रख पाई है। पिछले कई महीनो से राजनीती से दूर नजर आ रही जिले की पूर्व सांसद संतोष अहलावत ने इस चुनावों में बड़ी भूमिका निभाते हुए भाजपा का अध्यक्ष बनवाने में बड़ा रोल अदा किया है। वरिष्ठ कार्यकर्ता और नवनिर्वाचित अध्यक्ष के पति सेवाराम गुप्ता ने भी पत्नी की जीत पर कहा कि यह पुरे भाजपा संगठन की जीत है। सेवाराम गुप्ता ने पूर्व सांसद संतोष अहलावत,विधायक शुभाष पूनिया,प्रधान बलवान सिंह,वरिष्ठ कार्यकर्ता सजन अग्रवाल,पूर्व चेयरमेन नरेश वर्मा,पार्वती देवी सहित सभी निर्वाचित पार्षदों व भाजपा संगठन को जीत का श्रेय दिया है। भाजपा की जीत के बाद समर्थको में ख़ुशी की लहार दौड़ गई।