नीलम कुमावत
जब भी बजट आता है तो सभी कहते है की बजट में ये नहीं हुआ बजट में वो नहीं हुआ। लेकिन कभी हमने सोचा है की हमारी भागीदारी कितनी होती है बजट में। सरकार बजट बनाती है उसके लिए सुझाव भी मांगती है और ये सुझाव केवल जो वित्त विभाग के कर्मचारी या अधिकारी ही नहीं हम आमजन भी दे सकते है। क्योकि ग्रहणी जितना अपनी रसोई के बारे में समझती है उतना कुर्सी पर बैठे नेता व् अधिकारी नहीं समझ सकते। किसान जितना अपने खेत की समस्या बता सकता है उतना कृषि मंत्री व् कर्षि अधिकारी नहीं समझ सकते है। इसी तरह व्यापारी , सगठन अपनी समस्या समझ सकते है उतना ऊँची कुर्सी पर बैठे लोग नहीं समझ सकते। एयर कंडीशन की हवा खाने वाले अधिकारी और नेता को अपनी समस्या बताये और बजट कैसे बने उन्हें सुझाव दे । अगर सुझाव नहीं माने तब आपके पास चुनाव का विकल्प है। जब भी विधानसभा व् लोकसभा का चुनाव आएगा तब आप वोट से जवाब दे। प्रदेश सरकार ने राज्य के आगामी बजट 2022-2023 के लिए 15 जनवरी 2022 तक सुझाव आमंत्रित किये है जिसमे बजट 2022-2023 के लिए नागरिकों, संगठनों आदि से वित्त विभाग द्वारा 15 जनवरी, 2022 तक सुझाव दिए जा सकते है। वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोरा ने बताया कि राज्य के विकास में आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित हो, इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए राज्य के आगामी बजट 2022-2023 के लिए नागरिक, संगठनों आदि से 15 जनवरी 2022 तक सुझाव आमंत्रित किए गए है। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि राज्य के बजट संबंधी सुझाव वित्त विभाग की वेबसाईट https://finance.rajasthan.gov.in पर जाकर दर्ज करवा सकते हैं । उन्होने बताया कि राज्य के आगामी बजट 2022-2023 हेतु अपने सुझाव 15 जनवरी 2022 तक दर्ज करवा सकते हैं।