डूण्डलोद । डूण्डलोद पब्लिक स्कूल, डूण्डलोद के विधालय परिसर में आज चेटी चंड एवं चैत्र नवरात्रा का पर्व मनाया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ अध्यापक अशोक सैनी ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि भारत में दुनिया के सभी धर्मों के लोग निवास करते हैं, जो अपनी आस्था तथा मान्यताओं के अनुसार अपने त्यौहार, पर्व एवं धार्मिक क्रिया-कलापों को करते है। सिंध प्रांत निवासी सिन्धियों ने भारत को अपनी कर्मभूमि चुना था। सिन्धियों के आराध्य देव झूलेलाल जी हैं, जिन्हे जल के देव वरुण का अवतार माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि सिंध के राजा के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए तथा लोगो की पुकार पर जलदेव झूलेलाल का पृथ्वी पर अवतरण हुआ। प्राचार्य जी. प्रकाश ने नवरात्री पर्व को भारतीय संवत्सर का प्रारम्भ बताया तथा कहा कि यह पर्व सर्वधर्म समभाव, जगत कल्याण की कामना से प्रेरित होकर मनाया जाने वाला पर्व है। आपने सभी के कल्याण के लिए मंगल कामना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की।
विधालय सचिव बी. एल. रणवां ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि चेटी चंड पर्व मनाने का मूल उद्देश्य संत झूलेलाल जी की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार है। संत झूलेलाल जी ने एक दुराचारी कट्टर शासक का वध ही नहीं किया अपितु लोगों को संकीर्ण सोच से निकालकर अच्छाई की ओर अग्रसर किया।
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