सुसंस्कारित, सुशिक्षित भविष्य तैयार करने की जिम्मेदारी अभिभावक और शिक्षक, दोनों पर: खर्रा
डूंडलोद.-डूंडलोद पब्लिक स्कूल डूंडलोद तथा डूंडलोद गर्ल्स स्कूल बलवंतपुरा का संयुक्त वार्षिकोत्सव द वोयज ए जर्नी थ्रो द एजेज का आयोजन रविवार को डीपीएस डूंडलोद के सभागार में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा थे। जबकि अध्यक्षता सीबीएसई अजमेर के रिजनल ऑफिसर श्याम कपूर थे। कार्यक्रम के आरंभ श्रीगणेश और मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित किया। इसके बाद स्कूल के सचिव शिक्षाविद बीएल रणवां ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर यूडीएच मंत्री खर्रा ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान किया। साथ ही कहा कि आज के विद्यार्थी ही देश का आने वाला भविष्य है। इस भविष्य को सुसंस्कारित, सुशिक्षित और भारतीय परंपरा, संस्कृति और सभ्यता से परिपूर्ण बनाना केवल शिक्षक ही नहीं। बल्कि अभिभावकों की भी बराबर की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि चाहे हॉस्टल में रहने वाला बच्चा हो या फिर डे स्कॉलर का बच्चा। सभी एक निर्धारित समय में तो शिक्षक की देखरेख में रहते है। लेकिन इसके बाद वे अभिभावकों के साथ रहते है। जमाना तेजी के साथ बदल रहा है। ऐसे में अभिभावक बच्चों पर पूरा ध्यान रखते हुए उसके भविष्य के लिए नियमित रूप से शिक्षकों से बातचीत करते रहे। उन्होंने कहा कि ये ही वो देश का भविष्य है। जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों का विकसित भारत बनाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते है कि जब देश की आजादी के 100 साल पूरे हो और 2047 से पहले पहले भारत दुनिया के सबसे विकसित, समृद्ध, शक्तिशाली राष्ट्रों में सबसे आगे हो। इस मौके पर स्कूल सचिव बीएल रणवां ने कहा कि वार्षिकोत्सव किसी भी स्कूल का आईना होता है। वार्षिकोत्सव में हुए कार्यक्रमों और इस दौरान स्कूल के 400 से अधिक विद्यार्थियों को मिले पुरस्कार से साबित होता है कि स्कूल ना केवल शैक्षिक और सह शैक्षणिक, बल्कि संस्कारपूर्ण शिक्षा को आगे बढाने का काम कर रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीबीएसई के रिजनल ऑफिसर श्याम कपूर ने डूंडलोद शिक्षण संस्थान की स्कूलों की प्रशंसा करते हुए कहा कि शेखावाटी ने शिक्षा में जो आयाम स्थापित किए है। उनमें डूंडलोद शिक्षण संस्थान की स्कूलों जैसे विद्यालयों का महत्वपूर्ण योगदान है। कार्यक्रम का संचालन स्कूल की छात्रा सोनम, रिया मुहाल, जैतल शेखावत, प्रिया मीणा, दिव्या कंवर ने किया। अंत में स्कूल प्रिंसिपल जी. प्रकाश ने आभार जताया। इस मौके पर संस्था चेयरमैन सुलतानसिंह रणवां, रामकुमार सिंह रणवां, अशोक भिंचर, डायरेक्टर राहुल रणवां, डीजीएस डायरेक्टर आशा चौधरी, डीपीएस वाइस प्रिंसिपल डी. लाल, सुभाषचंद्र डूंडलोद पब्लिक स्कूल झुंझुनूं, डीजीएस प्रिंसिपल इंदू सोनी समेत अन्य मौजूद थे।
स्कूल का हर दूसरा विद्यार्थी मंच पर पहुंचा
डूंडलोद शिक्षण संस्थान के नवीन शर्मा ने बताया कि करीब पांच घंटे तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में स्कूल का लगभग हर दूसरा विद्यार्थी मंच तक पहुंचा। जो अपने आप में बड़ी बात है। उन्होंने बताया कि इस दौरान हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में डूंडलोद पब्लिक स्कूल डूंडलोद तथा डूंडलोद गर्ल्स स्कूल बलवंतपुरा के करीब 800 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। वहीं स्कूल की 400 से अधिक विद्यार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों में अपना अव्वल प्रदर्शन कर पुरस्कार प्राप्त किए।
प्रदर्शनी बनी सेल्फी प्वाइंट, धड़ाधड़ क्लिक की फोटो
डूंडलोद पब्लिक स्कूल डूंडलोद परिसर में आयोजित हुए वार्षिकोत्सव को लेकर स्कूल परिसर को देशप्रेम और भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी प्रदर्शनियों से सजाया गया था। जो अभिभावकों और आमंत्रित अतिथियों के लिए सेल्फी प्वाइंट बने। बात चाहे स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की हो या फिर जलियावाला बाग की, या फिर सुभाषचंद्र बोस स्मारक की। सभी जगहों पर अभिभावकों ने जमकर सेल्फी क्लिक की। यही नहीं बच्चों के साथ भी अभिभावकों में सेल्फी क्लिक करने का उत्साह देखा गया।
कार्यक्रम की शोभा बढाने बड़ी संख्या में पहुंचे विशिष्टजन
कार्यक्रम की शोभा बढाने के लिए तहसीलदार भीमसेन, झुंझुनूं ग्रामीण डीएसपी रोहिताश्व देवन्दा, मुकुंदगढ़ एसएचओ सरदारमल, सेवानिवृत्त कमांडेंट पीएल वर्मा, सीकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विष्णु चेतानी, मनोज सिंघानिया, क्षेत्रीय बड़ौदा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक सज्जन सिहाग, पंचायत समिति सदस्य मेजर जयराम खीचड़, सुभाष लांबा चैलासी, पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. राजेश यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता विद्याधरसिंह जाखड़, केके जानूं, सरपंच प्रतिनिधि नवलड़ी गोरधन मीणा, डॉ. दयाशंकर जांगिड़, डॉ. भास्कर टी रावल, विकेश कुलहरि, बलदेव सिंह खंडेला, पूर्व पार्षद मनीषा केडिया चिड़ावा, डॉ. डीपी शर्मा, रामावतार नारनौलिया आदि मौजूद थे।
किंडर गार्टन के नन्हों ने बटोरी सर्वाधिक तालियां
कार्यक्रम के दौरान जय श्री राम के गाने पर जहां मौजूद अभिभावक और अतिथियों ने अपनी जगहों से उठकर तालियां बजाई तो सर्वाधिक तालियां किंडर गार्टन के नन्हें मुन्ने बच्चों ने सर्वाधिक तालियां बटोरी। सजे-धजे बच्चों ने जब कार्यक्रम में एंट्री की तो जमकर तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी। वहीं जिंदगी एक सफर सुहाना जैसे गानों पर दी गई परफोरमें को भी उपस्थित लोगों ने खूब सराहा। बच्चों ने सोशल मीडिया के वक्त में शून्य होती संवेदनाओं को भी प्रकट किया और संदेश दिया कि हादसों के वक्त घायलों की फोटो-वीडियो बनाने की बजाय उसे अस्पताल पहुंचाए और एक अच्छे और सच्चे इंसान का परिचय दें।