राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा के बीच एक और मुद्दे पर टकराव बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार द्वारा पहले सीकर जिले को संभाग का दर्जा और नीमकाथाना को जिले का दर्जा हटाने के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की थी, और अब महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की समीक्षा के फैसले के खिलाफ भी कांग्रेस ने विरोध बढ़ा दिया है।
भाजपा सरकार ने उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा की अध्यक्षता में महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक कैबिनेट सब कमेटी गठित की है।
इस कमेटी के गठन को लेकर कांग्रेस ने तीव्र विरोध जताया है। कांग्रेस का कहना है कि यदि भाजपा सरकार ने समीक्षा के नाम पर अंग्रेजी मीडियम स्कूलों के खिलाफ कोई भी जनविरोधी निर्णय लिया, तो कांग्रेस इसका विरोध करने के लिए पूरे प्रदेश में जन आंदोलन करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार ने अंग्रेजी मीडियम स्कूलों के खिलाफ कोई कदम उठाया, तो कांग्रेस पार्टी इसका जोरदार विरोध करेगी और इसे लेकर व्यापक जन आंदोलन करेगी।
डोटासरा ने चेतावनी दी कि भाजपा सरकार को इसके परिणाम भुगतने होंगे और वे "ईंट से ईंट" बजा देंगे।
यह स्थिति कांग्रेस और भाजपा के बीच एक नए राजनीतिक संघर्ष को जन्म दे रही है, जो राज्य के शिक्षा और प्रशासनिक फैसलों पर केंद्रित है। कांग्रेस की ओर से किए जा रहे विरोध और आंदोलन से यह स्पष्ट है कि पार्टी अपने चुनावी और जनसाधारण मुद्दों को लेकर काफी सक्रिय है, और भाजपा सरकार के फैसलों को चुनौती देने में पीछे नहीं हटेगी।