खबर - पवन शर्मा
सूरजगढ़।
कुम्हारो का बास गांव के गांधी कृषि फार्म हाउस पर शनिवार को महाराष्ट्र
में भीमाकोरे गांव में शोर्य दिवस पर दलितों पर हुए हमले के विरोध में एक
सर्व समाज की बैठक का आयोजन हुआ। इसकी अध्यक्षता देवरोड़ के पूर्व सरपंच
हंसराज ने की। सभा को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे एडवोकेट हजारी
लाल सुनियां ने कहा कि महाराष्ट्र में हुए ऐसे कार्य लोकतंत्र की हत्या के
समान है। सता की आङ में आरएसएस के लोगो ने जिस प्रकार दंगा किया है वह
दलित समाज ही नहीं कोई भी समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। वक्ता के रूप में बोल
रहे मनोहर मोरदिया ने कहा कि दोषियों पर यदि कार्यवाही नही होती है तो समाज
उग्र आन्दोलन करने पर मजबूर होगा। जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय मेघवाल समाज
महापंचायत धर्मपाल गांधी ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा की राजनीति
रोटियां सेंकने के लिए सतारूढ़ दलों को समाजो का बंटवारा नहीं करना चाहिए और
गाँधी ने कहा की दलितों पर अत्याचारों को नहीं रोका गया तो समाज उसे
बर्दास्त नहीं करेगा और इसके अत्याचार के खिलाफ उग्र आंदोलन करने से समाज
पीछे नहीं हटेगा। सभा के दौरान आगामी 9 जनवरी मंगलवार को जिला कलेक्टर
झुन्झूनूं को उक्त घटना के विरोध में राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन
सौंपने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर मंजीत सिंह तंवर, निहाल सिंह महरिया, महेन्द्र बरवङ,मांगेलाल
सैनी, अशोक अशोक स्वामी, सांवरमल प्रजापत ,रामस्वरूप, फूलचंद सुनियां,
सुनिल सिघंल, भूपेन्द्र लोहागर्ल, रवि कुमार, सतीश, दिनेश, धर्मेन्द्र सहित
अन्य लोग मौजूद थे।