खबर - अरुण मूंड
पंचायत सहायकों के लिए अलग से बजट दें सरकार
सुंडा की मांग पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित, सरकार को भेजेंगे प्रस्ताव
झुंझुनूं।जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक जिला प्रमुख की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें हर बार की तरह इस बार भी सदस्य दिनेश सुंडा ने जनहित और जनप्रतिनिधियों के अलावा गांव के विकास के कई महत्वपूर्ण मुद्दे सदन में रखे। जिनमें से कई के प्रस्ताव लेकर सरकार को भिजवाने के निर्णय लिए गए। तो कई मुद्दों पर अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बैठक में कलेक्टर दिनेशकुमार यादव व एसपी मनीष अग्रवाल भी मौजूद थे। बैठक में सुंडा ने सबसे बड़ा मुद्दा पंचायत सहायकों का उठाया। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों की नियुक्तियां कर दी है। उसमें अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि पंचायत सहायक करेंगे क्या? अधिकतर पंचायत सहायक स्कूलों में रहते है। जबकि उनकी तनख्वाह ग्राम पंचायत दे रही है। ऐसे में सरकार ना केवल इनके काम तय करें। बल्कि पंचायतों को इनकी तनख्वाह देने के लिए अलग से बजट भी जारी किया जाए। इस मौके पर सुंडा के पूर्व बैठकों में उठाए गए मुद्दों का जवाब भी अधिकारियों ने दिया। जिसमें निजी-सरकारी अस्पतालों में संग्रहित किए जाने वाले बायो वेस्ट को लेकर चिकित्सा विभाग ने जो जवाब दिया। उससे सुंडा असंतुष्ट दिखे। उन्होंने दावा किया कि यह वेस्ट हर दिन संग्रहित होना चाहिए और इसका निस्तारण नियमों के मुताबिक होना चाहिए। लेकिन जिस एजेंसी ने ठेका ले रखा है। वो सात दिन में एक बार तो वेस्ट उठाती है और सीकर के पास एक खुली जगह पर यूं ही पटक जाती है। जिससे बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है। बैठक में सुंडा ने गांव और शहरों में होने वाली पानी की टंकी की सफाई को भी कागजों में बताया और मांग की कि इन टंकी की सफाई के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों को साथ लिया जाए। इसके साथ-साथ उसकी वीडियोग्राफी भी हो। जिसके बाद कलेक्टर यादव ने सभी बीडीओ को इसके लिए निर्देश दिए।
बाल वाहिनी व लोक परिवहन के मामले भी उठे
सुंडा ने बैठक में बाल वाहिनियों को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बाल वाहिनियों के चालक और परिचालकों की सूची होनी चाहिए। साथ ही उनकी पूरी कुंडली तैयार होनी चाहिए। इसके लिए कलेक्टर ने एक कमेटी का गठन किया। जिसमें पुलिस के अलावा शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल किए जाएंगे। वहीं लोक परिवहन बसों से हो रहे हादसों को लेकर भी सुंडा ने सवाल किया। सुंडा ने सदन में अब तक हुए हादसों और उन पर किए एक एक्शन को लेकर सवाल किया तो परिवहन विभाग कुछ नहीं बोल पाया।
स्वाइन फ्लू के सवाल पर इधर-उधर देखने लगे अधिकारी
जिप सदस्य दिनेश सुंडा ने स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रभाव को भी सदन में उठाया। उन्होंने जब सीएमएचओ से पूछा कि अब तक झुंझुनूं में कितनी मौतें हो चुकी है तो पहले तो वे सकपकाए। लेकिन बाद में जब सोच-विचार कर एक कहा, तो सुंडा ने दावा किया कि हाल ही में दो मौतें हो चुकी है। वहीं सीएमएचओ अभी भी इससे अनजान है। ऐसे में जिले के चिकित्सा व्यवस्था के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। सुंडा ने इसके अलावा रात आठ बजे बाद खुलने वाले शराब के ठेके तथा एक ठेके के बदले खुलने वाली कई ब्रांचों का मामला उठाया। जिस पर एसपी मनीष अग्रवाल ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
कलेक्टर के बीडीओ को निर्देश, काम करने वालों के नाम भिजवाओ
नवलगढ़ पंचायत समिति की साधारण सभा के बाद बुधवार को एक बार फिर जिप सदस्य दिनेश सुंडा ने अच्छा काम करने वाले जनप्रतिनिधियों को राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मानित किए जाने की मांग उठाई। जिस पर कलेक्टर दिनेश यादव ने तुरंत सभी बीडीओ को निर्देश दिए कि वे इस बार 26 जनवरी को अपने पंचायत समिति क्षेत्र से दो-दो जनप्रतिनिधियों के नाम भेजें। जिन्होंने क्षेत्र के विकास, सरकारी योजनाओं की क्रियान्विति और नवाचारों की दिशा में सार्थक व सकारात्मक कदम उठाए हो।
सुंडा की मांग पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित, सरकार को भेजेंगे प्रस्ताव
झुंझुनूं।जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक जिला प्रमुख की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें हर बार की तरह इस बार भी सदस्य दिनेश सुंडा ने जनहित और जनप्रतिनिधियों के अलावा गांव के विकास के कई महत्वपूर्ण मुद्दे सदन में रखे। जिनमें से कई के प्रस्ताव लेकर सरकार को भिजवाने के निर्णय लिए गए। तो कई मुद्दों पर अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बैठक में कलेक्टर दिनेशकुमार यादव व एसपी मनीष अग्रवाल भी मौजूद थे। बैठक में सुंडा ने सबसे बड़ा मुद्दा पंचायत सहायकों का उठाया। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों की नियुक्तियां कर दी है। उसमें अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि पंचायत सहायक करेंगे क्या? अधिकतर पंचायत सहायक स्कूलों में रहते है। जबकि उनकी तनख्वाह ग्राम पंचायत दे रही है। ऐसे में सरकार ना केवल इनके काम तय करें। बल्कि पंचायतों को इनकी तनख्वाह देने के लिए अलग से बजट भी जारी किया जाए। इस मौके पर सुंडा के पूर्व बैठकों में उठाए गए मुद्दों का जवाब भी अधिकारियों ने दिया। जिसमें निजी-सरकारी अस्पतालों में संग्रहित किए जाने वाले बायो वेस्ट को लेकर चिकित्सा विभाग ने जो जवाब दिया। उससे सुंडा असंतुष्ट दिखे। उन्होंने दावा किया कि यह वेस्ट हर दिन संग्रहित होना चाहिए और इसका निस्तारण नियमों के मुताबिक होना चाहिए। लेकिन जिस एजेंसी ने ठेका ले रखा है। वो सात दिन में एक बार तो वेस्ट उठाती है और सीकर के पास एक खुली जगह पर यूं ही पटक जाती है। जिससे बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है। बैठक में सुंडा ने गांव और शहरों में होने वाली पानी की टंकी की सफाई को भी कागजों में बताया और मांग की कि इन टंकी की सफाई के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों को साथ लिया जाए। इसके साथ-साथ उसकी वीडियोग्राफी भी हो। जिसके बाद कलेक्टर यादव ने सभी बीडीओ को इसके लिए निर्देश दिए।
बाल वाहिनी व लोक परिवहन के मामले भी उठे
सुंडा ने बैठक में बाल वाहिनियों को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बाल वाहिनियों के चालक और परिचालकों की सूची होनी चाहिए। साथ ही उनकी पूरी कुंडली तैयार होनी चाहिए। इसके लिए कलेक्टर ने एक कमेटी का गठन किया। जिसमें पुलिस के अलावा शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल किए जाएंगे। वहीं लोक परिवहन बसों से हो रहे हादसों को लेकर भी सुंडा ने सवाल किया। सुंडा ने सदन में अब तक हुए हादसों और उन पर किए एक एक्शन को लेकर सवाल किया तो परिवहन विभाग कुछ नहीं बोल पाया।
स्वाइन फ्लू के सवाल पर इधर-उधर देखने लगे अधिकारी
जिप सदस्य दिनेश सुंडा ने स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रभाव को भी सदन में उठाया। उन्होंने जब सीएमएचओ से पूछा कि अब तक झुंझुनूं में कितनी मौतें हो चुकी है तो पहले तो वे सकपकाए। लेकिन बाद में जब सोच-विचार कर एक कहा, तो सुंडा ने दावा किया कि हाल ही में दो मौतें हो चुकी है। वहीं सीएमएचओ अभी भी इससे अनजान है। ऐसे में जिले के चिकित्सा व्यवस्था के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। सुंडा ने इसके अलावा रात आठ बजे बाद खुलने वाले शराब के ठेके तथा एक ठेके के बदले खुलने वाली कई ब्रांचों का मामला उठाया। जिस पर एसपी मनीष अग्रवाल ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
कलेक्टर के बीडीओ को निर्देश, काम करने वालों के नाम भिजवाओ
नवलगढ़ पंचायत समिति की साधारण सभा के बाद बुधवार को एक बार फिर जिप सदस्य दिनेश सुंडा ने अच्छा काम करने वाले जनप्रतिनिधियों को राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मानित किए जाने की मांग उठाई। जिस पर कलेक्टर दिनेश यादव ने तुरंत सभी बीडीओ को निर्देश दिए कि वे इस बार 26 जनवरी को अपने पंचायत समिति क्षेत्र से दो-दो जनप्रतिनिधियों के नाम भेजें। जिन्होंने क्षेत्र के विकास, सरकारी योजनाओं की क्रियान्विति और नवाचारों की दिशा में सार्थक व सकारात्मक कदम उठाए हो।