खबर - पंकज पोरवाल
जनसेवा-जलसेवा के तहत विवेक सेवा संस्थान ने किया जल सरिता का शुभारंभ
भीलवाड़ा । नर सेवा ही नारायण सेवा है भूखे को भोजन और प्यासे को पानी मिल जाए तो इससे ज्यादा पुनीत कार्य और दूसरा नहीं हो सकता। भीषण गर्मी में शीतल जल उपलब्ध करवाना भी एक सराहनीय कार्य है। यह बात आज जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेंद्र सिंह राठौड़ ने जनसेवा - जलसेवा के तहत जल सरिता के शुभारंभ के अवसर पर महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में कहीं। राठौड़ ने कहा कि पानी पिलाने से बढकर इस धरती पर पुनीत कार्य ओर कोई नही है। मुख्य परियोजना प्रबंधक दिनेश चैधरी ने इस अवसर पर कहा कि विवेक सेवा संस्थान द्वारा आज से शुरू किया जा रहा जल मंदिर नर सेवा नारायण सेवा वाली बात को चरितार्थ करते हुए आमजन को भीषण गर्मी में राहत प्रदान करेगा। शुभारंभ के मौके पर पीएमओ एस.पी. आगीवाल ने भी इस पुनीत कार्य की प्रशंसा करते हुए सराहनीय पहल बताया। इस दौरान कार्यक्रम में संस्थान के अमित काबरा, बंशीलाल कुमावत, रामचंद्र मुंदड़ा, श्रीमती विजयलक्ष्मी समदानी, श्रीमती विमला काबरा, राजेश जीनगर, गोपाल विजयवर्गीय, शालिन अग्रवाल, शुभम् छीपा सहित संस्थान के कई सदस्य मोजुद थे।
जनसेवा-जलसेवा के तहत विवेक सेवा संस्थान ने किया जल सरिता का शुभारंभ
भीलवाड़ा । नर सेवा ही नारायण सेवा है भूखे को भोजन और प्यासे को पानी मिल जाए तो इससे ज्यादा पुनीत कार्य और दूसरा नहीं हो सकता। भीषण गर्मी में शीतल जल उपलब्ध करवाना भी एक सराहनीय कार्य है। यह बात आज जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेंद्र सिंह राठौड़ ने जनसेवा - जलसेवा के तहत जल सरिता के शुभारंभ के अवसर पर महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में कहीं। राठौड़ ने कहा कि पानी पिलाने से बढकर इस धरती पर पुनीत कार्य ओर कोई नही है। मुख्य परियोजना प्रबंधक दिनेश चैधरी ने इस अवसर पर कहा कि विवेक सेवा संस्थान द्वारा आज से शुरू किया जा रहा जल मंदिर नर सेवा नारायण सेवा वाली बात को चरितार्थ करते हुए आमजन को भीषण गर्मी में राहत प्रदान करेगा। शुभारंभ के मौके पर पीएमओ एस.पी. आगीवाल ने भी इस पुनीत कार्य की प्रशंसा करते हुए सराहनीय पहल बताया। इस दौरान कार्यक्रम में संस्थान के अमित काबरा, बंशीलाल कुमावत, रामचंद्र मुंदड़ा, श्रीमती विजयलक्ष्मी समदानी, श्रीमती विमला काबरा, राजेश जीनगर, गोपाल विजयवर्गीय, शालिन अग्रवाल, शुभम् छीपा सहित संस्थान के कई सदस्य मोजुद थे।