-जयपुर में एक नाम पर नहीं बन पाई सर्वसम्मति
-करीब आधा दर्जन नाम आए सामने
जयपुर । जयपुर में जिले के प्रभारी शांति धारीवाल की अध्यक्षता में लोकसभा चुनाव के लिए जिले और ग्रामीण में प्रत्याशी नाम चुनने के लिए आयोजित बैठक बेनतीजा रही। इस दौरान कई नाम सामने आ गए लेकिन किसी भी एक नाम पर सर्वसम्मति नहीं बन पाई। बैठक में ही पदाधिकारियों के बीच गुटबाजी और खींचतान दिखी। जयपुर शहर में इस बार जिन चेहरों को विधायक का टिकट नहीं मिला वह सब इस बार लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने के कतार में है। इसमें यूथ कांग्रेस के नेता व् राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डॉ राजपाल शर्मा ,पूर्व महापौर ज्योति खण्डेलवाल, संजय बापना, नाम है वहीं हारे हुए प्रत्याशी अर्चना शर्मा, सीताराम अग्रवाल का नाम भी सामने आया है। इसके साथ एक धड़ा महेश जोशी को लोकसभा सीट देने की मांग कर रहा है। वहीँ डॉ राजपाल शर्मा और ज्योति खंडेलवाल दोनों ही जयपुर की राजनीती और जनता में खासी पैठ रखते है। ज्योतो खंडेलवाल जयपुर से मेयर रह चुकी है और डॉ राजपाल युवाओ में काफी लोकप्रिय है। इनके भाई डॉ राजकुमार शर्मा विधायक है और तीन बार से लगातार नवलगढ़ से जीत रहे है।
उल्लेखनीय है कि जयपुर लोकसभा सीट पर अधिकांशता बीजेपी ने परचम फहराया है यहां पर पहले पूर्व सांसद स्व. गिरधारीलाल भार्गव ने लंबी पारी खेली। इसके बाद कांग्रेस से महेश जोशी जीते लेकिन इसके बाद अब यहां से पिछली बार फिर बीजेपी ने कब्जा जमाया और रामचरण बोहरा जीतकर सांसद बने। कांग्रेस के लिए यह सीट निकालना बेहद मुश्किल है वहीं दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की गुटबाजी जीत का समीकरण बिगाड़ रही है।