सूरजगढ़। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन सोमवार को सूरजगढ़ कस्बे के प्राचीन श्याम मंदिर और श्याम दरबार के निशान बाबा को अर्पित कर मंदिर के शिखर बंद पर चढ़ने के साथ ही श्याम नगरी खाटू धाम में चल रहे बाबा श्याम के लक्खी मेले का समापन हो गया। पिछले दस दिनों से जारी बाबा के लक्खी मेले में देश भर से आये लाखो श्रद्धालुओ ने बाबा के दर्शन कर पुण्य के भागी बनने के साथ मेले का भी लुत्फ़ उठाया।
प्राचीन श्याम मंदिर व श्याम दरबार का निशान लहराया शिखर पर
सोमवार को मंडा रोड पर स्थित सूरजगढ़ के प्राचीन श्याम निशान धर्मशा ला व श्याम दरबार दोनों धर्मशालाओ में सूरजगढ़ से पदयात्रा के साथ लाये गए निशानों की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की गई । प्राचीन श्याम मंदिर के महंत मनोहरलाल ,बजरंगलाल,नत्थूराम,पूर्णमल निशानधारी जयसिंह सैनी सहित अन्य श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में बाबा के चरणों में निशान अर्पित कर उसे शिखरबंद पर चढ़ाया। वही श्याम दरबार में श्याम दरबार के संयोजक हजारीलाल सैनी ,भक्त हरीराम ,गोपीराम, नोरगलाल,घीसाराम,ओमप्रकाश ,कुरडाराम,पार्षद रुकमानंद सैनी ,सावरमल,कृष्ण कुमार ,अशोक सैनी निशानधारी विष्णु ने बाबा के चरणों में निशान अर्पित कर उसे शिखरबंद पर चढ़ाया। डेरे से मंदिर जाने के दौरान खाटू नगरी में सूरजगढ़ निशानों को छुकर उसका आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं में हौड़ सी मच गई। जगह जगह निशानों का स्वागत किया गया। सूरजगढ़ निशानों के श्याम मंदिर में पहुंचने पर कुछ देर अन्य भक्तो की लाइनों को रोक कर सूरजगढ़ निशानों को मंदिर में प्रवेश करवाकर निशान बाबा के अर्पित करवाये गए। बाबा के अर्पित किये जाने के बाद दोनों ही निशान बाबा के मंदिर के शिखर बंद पर चढ़ाये गए। प्राचीन श्याम मंदिर का निशान सुबह सवा दस बजे तो श्याम दरबार का निशान सवा ग्यारह बजे चढ़ाया गया।