■ बाल मुकुंद जोशी
हरियाणा की राजनीति के धुरंधर रहे चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का सीकर से भी गहरा नाता था हालांकि उन्होंने स्वयं सीकर से चुनाव नहीं लड़ा लेकिन उनके पिताश्री और किसानों के मसीहा ताऊ चौधरी देवीलाल ने वर्ष-1989 में सीकर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था.उस ऐतिहासिक चुनाव में चौ. देवीलाल का सामना रिश्ते में अपने साल पूर्व लोकसभाध्यक्ष डॉ. बलराम जाखड़ से हुआ था. इस क्षेत्र की जनता को पहली बार चुनाव का महासंग्राम को देखने का मौका मिला था.
अपने पिता चौधरी देवीलाल के चुनाव प्रचार के दौरान ओमप्रकाश चौटाला अनेक दफा सीकर आये. उन दिनों हुई जनसभाओं में चौटाला के भाषण से यहां किसान वर्ग काफी प्रभावित हुआ. रामलीला मैदान में हुई एक विशाल जनसभा में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी भी चौ.देवीलाल के प्रचार के लिए आए थे. जिसमें चौटाला ने भी देशी अंदाज में भाषण देकर जनता को सम्मोहित किया था. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि चौटाला के ताबड़तोड़ जनसम्पर्क का नतीजा ही था कि ताऊ कांग्रेस के दिग्गज जाखड़ को पछाड़ पाये. देवीलाल सीकर के अलावा रोहतक लोकसभा सीट से भी निर्वाचित हुए थे लेकिन उन्होंने रोहतक सीट से त्यागपत्र देकर सीकर से केंद्र में उप प्रधानमंत्री बन रहे.
चौधरी देवीलाल को जीतने के बाद वर्ष-1990 में चौटाला ने अपने सुपुत्र अजय चौटाला को सीकर जिले के दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ाया, उन्हीं की करामात थी कि पिता के बाद अपने पुत्र को भी विजयश्री का वरण करवाया. हालांकि उसके बाद चौटाला और उनके परिवार का राजनीतिक तौर पर सीकर से संपर्क नहीं रहा. इसके बावजूद कई लोगों से उनकेनिजी संबंध आज भी कायम है.
बहरहाल चौटाला बुढ़ापे में हुई सजा से नहीं टूटे थे लेकिन परिवार के बिखराव के बिखराव से वे बिखरे-बिखरे नजर आने लगे थे और आज उन्होंने नश्वर संसार को अलविदा कह दिया.
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